बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में परिवार के मुखिया की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर की गई कार्रवाई का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि झज्जर में अटल सेवा केंद्र वाले कंप्यूटर ऑपरेटर ने 12 लोगों का झूठा तलाक दिखाकर उन्हें बीपीएल बना दिया था। इस पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अनुरोध किया है कि जिस भी परिवार के मुखिया ने गड़बड़ी की है, उसे एक महीने के भीतर ठीक करवा लें।
पिछले दिनों झज्जर, रोहतक पीपीपी से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। बीपीएल में शामिल होने के लिए तलाक की झूठी जानकारी दी थी। ऐसे करीब छह हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे। इस मामले का खुलासा अमर उजाला ने किया था और इस पूरे मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। इसके बाद हरियाणा सरकार ने पीपीपी की सुरक्षा के लिए कई कदम भी उठाए।
सदन में सीएम ने कहा ति परिवार के मुखिया की ओर से पीपीपी में जो गलत जानकारी दी गई थी उसके आधार पर आपात्र लोगों पर कार्रवाई की गई है। इसलिए प्रदेशवासियों से अनुरोध है कि ऐसी गड़बड़ियों को एक महीने में ठीक करवा लें। ब्यूरो