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किसानो को मिल रहे है सिरोही नस्ल के बकरे फ्री ,यहां जाने इस योजना का कैसे उठा सकते है लाभ

 

पुराने जमाने से ही ग्रामीण इलाकों में खेती के साथ ही बकरी पालन छोटे किसानों की आजीविका का साधन रहा है। आज ग्रामीण इलाकों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी बकरी पालन व्यवसाय लाभ का सौदा साबित रहा है इस व्यवसाय की खास बात यह है कि से छोटे स्तर पर शुरू किया जा सकता है। यह कम लागत में अधिक लाभ देने वाला बिजनेस है। खेती के साथ बकरी पालन का काम करके किसान अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते हैं बकरी पालन के लिए सरकार की ओर से सब्सिडी और लोन भी दिया जाता है। इसके साथ ही कई राज्य सरकारें पशुपालन विभाग के माध्यम से इसका प्रशिक्षण शिविर लगाकर बकरी पालन की जानकारी के साथ ही उत्तम किस्म की बकरियां बकरियां भी उपलब्ध कराती है। इसी क्रम में राजस्थान सरकार की ओर से राज्य के मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी पालन कर रहे किसानों को राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत सिरोही नस्ल के बकरे निशुल्क वितरित किए जा रहे हैं। राजस्थान के पशुपालक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। 

राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के तहत सिरोही नस्ल बकरी विकास परियोजना का संचालन किया जा रहा है

एक रिपोर्ट के अनुसार पशुपालकों के आगे पशुधन उत्पादक को बढ़ाने के उद्देश्य से। इसके तहत बकरी पालकों को सिरोही नस्ल के बकरों का वितरण किया जा रहा है। इच्छुक बकरी पालन किसान इस परियोजना का लाभ उठा सकते हैं। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ प्रवीण सेन के अनुसार राज्य में पशुपालन राष्ट्रीय पशुधन मिशन और सिरोही नस्ल बकरी विकास परियोजना के तहत बकरी पालकों को अब तक124  सिरोही नस्ल के बकरे का निशुल्क वितरण किया जा सकता है। इस योजना के तहत पिछले दिनों  चाकसू के मानपुरा-माचाड़ी गांव में निशुल्क बकरा वितरण शिविर लगाया गया जिससे पशुपालकों को उच्च नस्ल  के बकरों का निशुल्क वितरण किया गया। राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तहत सिरोही नस्ल बकरी विकास परियोजना का क्रियान्वयन राजस्थान के चयनित जिलों में किया जा रहा है। 

इस नस्ल की बकरी और बकरी में रोग प्रतिरोधक क्षमता और सूखा  सहने की क्षमता से ज्यादा होती है

इस योजना के लिए जिन जिलों का चयन किया गया है उनमें जयपुर ,सीकर ,सिरोही ,अजमेर ,चित्तौड़गढ़ ,चूरु ,नागौर ,प्रतापगढ़ ,राजसमंद जिलों को शामिल किया गया है। सिरोही नस्ल के बकरे उत्तम नस्ल के होते हैं जिन्हें बकरी पालन के क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। इस नस्ल की बकरी और बकरी में रोग प्रतिरोधक क्षमता और सूखा  सहने की क्षमता से ज्यादा होती है। इस नस्ल की बकरियां अपने दूध और मांस के लिए प्रसिद्ध है।इस नस्ल की बकरी का आकार मध्यम और गठीला होता है। इस नस्ल की बकरी का शरीर हल्का और गहरा भूरा होता है जिस पर काले और सफेद धब्बे होते हैं।  जैसे कि पशुपालन विभाग की ओर से सिरोही नस्ल बकरी का विकास परियोजना के तहत निशुल्क बकरे  दिए जा रहे हैं इसका लाभ उठाने के लिए अपने जिले के पशुपालन विभाग से संपर्क करके इस योजना के संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और इसका लाभ उठा सकते हैं।