मुख्यमंत्री की इन सिंचाई परियोजनाओं से किसानो को मिलेगा लाभ ,1003 करोड़ रूपये की मिली मंजूरी

खेती -किसानी में खाद बीज के साथ ही सिंचाई का महत्वपूर्ण योगदान है , किसानों के पास सिंचाई का उपयुक्त साधन उपलब्ध होने से जहां जोखिम कम होता है वही पैदावार बढ़ने से आमदनी में वृद्धि होती है। ऐसे में बारिश का सीजन नजदीक आते ही सरकारों द्वारा नेहरू एनीकट लिफ्ट सिंचाई परियोजना जलाशय तथा डैम के निर्माण व मरम्मत आदि के लिए कार्य किए जाते हैं।
इससे राज्य के विभिन्न जिलों के किसानों को लाभ मिलेगा
इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने नहरों ,जल एवं सिंचाई परियोजनाओं से संबंधित विभिन्न कार्यों के लिए1003.19 करोड रुपए की स्वीकृति दी है। इस राशि से जहां सिंचाई के लिए नई योजना शुरू की जाएगी बल्कि कई पुरानी योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा। इससे राज्य के विभिन्न जिलों के किसानों को लाभ मिलेगा।
राज्य के मुख्यमंत्री श्री गहलोत की स्वीकृति से डूंगरपुर जिले में मारिया लघु सिंचाई परियोजना के तहत बांधव नहर का सुदृढ़ीकरण भीलवाड़ा में मेजा बांध के मुख्य नेहरू बनवा बांसवाड़ा में अनास नदी प्रसाद डूंगरी एनीकट राज्य के मुख्यमंत्री श्री गहलोत की स्वीकृति से डूंगरपुर जिले में मारिया लघु सिंचाई परियोजना के तहत बांधों नहर का शुद्धीकरण ,थापड़ा एनिकट लिफ्ट सिंचाई परियोजना, सोलर आधारित सूक्ष्म सिंचाई परियोजना, दानपुर लिफ्ट सिंचाई परियोजना का निर्माण, कागदी पिकअपवियर के डाउन स्ट्रिप एक्सेस चैनल की क्षमता वृद्धि एवं सुदृढ़ीकरण, झालावाड़ में आहू नदी पर एनिकट व कॉजवे, कंठाली नदी के कटाव को रोकना, चित्तौड़गढ़ में बड़ी, मानसरोवर व भावलिया बांध के अधिशेष जल से 7.50 हैक्टेयर कमांड क्षेत्र में सोलर आधारित सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली का निर्माण, बूंदी में घोड़ा पछाड़ नदी पर बैंक प्रोटेक्शन कार्य होंगे।
उदयपुर में जावर एनिकट पर निर्माण संबंधी विभिन्न कार्य होंगे।
इसके अलावा बांरा के अटरू शहर को बाढ़ से बचाने हेतु बुध सागर तालाब डच वर्जन चैनल में मानपुर लिफ्ट परियोजना के निकट से सोलर आधारित फव्वारा पद्धति से सिंचाई प्रतापगढ़ में देवत कराडिया लघु सिंचाई परियोजना कोटा की अलनिया मध्यम सिंचाई परियोजना की शेष रही कच्ची नहर की लाइनिंग व जीर्णोद्धार, सवाईमाधोपुर के भूखा में बनास नदी पर एनिकट, उदयपुर में जावर एनिकट पर निर्माण संबंधी विभिन्न कार्य होंगे।