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तुलसी की खेती करके बन सकते है आप अमीर ,सरकार दे रही है इतनी सब्सिडी ,यहां से ले पूरी जानकारी

 

हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को काफी पवित्र माना जाता है इसकी पूजा की जाती है इसका धार्मिक महत्व भी है इसके अलावा इसका औषधीय महत्व भी बहुत है  इसके पत्तों।,जड़ो ,बीजो अदि काआयुर्वेदिक दवा बनाने में प्रयोग किया जाता है तुलसी की बीजो से तेल निकाला जाता है जिसकी बाजार में काफी मांग रहती है और कोरोना काल में आयुर्वेदिक कंपनियों की तुलसी वटी का लोगों द्वारा काफी इस्तेमाल किया गया इससे इम्युनिटी बूस्टर  के तौर पर प्रयोग में लिया जाता है उसके गुणों को देखकर कई कंपनियां इसके कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करा रही है  किसान तुलसी की खेती करके काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे है। 

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औषधीय फसलों की खेती के लिए सरका की ओर से किसानों को अनुदान दिया जाता है। यूपी में तुलसी और एलोवेरा करने पर किसानों को 30 फीसदी सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। इन दोनों की खेती पर अधिकतम 2 हेक्टेयर पर सब्सिडी मिलती है। तुलसी की 1 हेक्टेयर में खेती करने के लिए 43923 रुपए की लागत निर्धारित की गई है जिस पर 13180 रुपए सब्सिडी सरकार की ओर से दी जाती है। वहीं एलोवेरा में 62424 प्रति हेक्टेयर की लागत पर 18232 रुपए की सब्सिडी मिलती है। इसके अलावा शतावर की खेती पर प्रति हेक्टेयर 91506 रुपए की लागत पर 27450 रुपए का अनुदान दिया जाता है। 

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 तुलसी की खेती  के लिए सरकार की ओर से सब्सिडी  का लाभ भी दिया जाता है उत्तर प्रदेश में तुलसी की खेती करने वाले किसानों को सरकार की ओर से ₹13180 प्रति हेक्टेयर का अनुदान दिया जाता है  यह अनुदान  औषधीय फसलों की खेती पर दिए जाने वाले योजना के अंतर्गत दिया जाता है आज हम आपको बताते है  कि तुलसी की खेती पर अनुदान  आय, तुलसी की बाजार कीमत, तुलसी की खेती से लाभ आदि की जानकारी दे हैं  यूपी के हरदोई जिले के नीर गांव के किसान तुलसी की खेती कर रहे हैं इससे उन्हें अच्छा मुनाफा मिल रहा है मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किसान अपने खेत में तुलसी की फसल उगा  रखी है और उन्हें करीब एक हेक्टेयर  में तुलसी के पौधे लगा रखे हैं। 

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 तुलसी के फसल से उन्हें पारंपरिक फसलें जैसे गन्ना दान आदि जितना लाभ नहीं होता उतना तुलसी की खेती से हो रहा है जानकारी के लिए बता दें की सूखी पत्तियों तुलसी की सूखी पत्तियों और बीजों से भी कमाई होती है तुलसी के बीजों से तेल निकाला जाता है जिसकी बाजार में कीमत ₹2000 लीटर होती है कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में भी तुलसी की काफी मांग रहती है इसकी पत्तियां सूखी पत्तियों को ओषधि निर्माण में प्रयोग में लिया जाता है तुलसी की खेती बलुई दोमट जमीन में की जा सकती है तुलसी की फसल के लिए खेत में पानी भरा नहीं होना चाहिए  यदि ऐसा है तो ये नुकसानदायक होता है। इससे तुलसी का पौधा ज्यादा पानी के कारण गलने लगता है  इसकी खेती करने से पहले खेत से पानी निकालने का उचित प्रबंध किया जाना चाहिए ।