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कार के इंजन के ओवर हीट से बचाने के लिए ये टिप्स आएंगे बड़े काम ,बचेंगे काफी पैसे

 

लगातार गाड़ी को लंबी दूरी तक चलाने से या गलत तरीके से ड्राइव करने से आपकी गाड़ी का इंजन गर्म हो सकता है इसे आमतौर पर ओवर हीटिंग  की समस्या कहा जाता है। इसकी पहचान बोनट से निकलते हुए धुएं  कर सकते हैं। यह गंभीर स्थिति है इसमें कार के इंजन के सीज होने से लेकर केबिन में आग लगने की घटना तक हो सकती है। इसलिए आज हम स्थिति से बचने के लिए कुछ आसान से उपाय बताएंगे जिससे आप सुरक्षित ड्राइविंग के साथ हजारों रुपए भी बचा सकते हैं। 

 डैशबोर्ड की इस लाइट पर ध्यान दें

 ओवरहीटिंग की इस समस्या से बचने का सबसे आसान तरीका है इसके लिए गाड़ी में दी जाने वाली इमरजेंसी लाइट पर ध्यान दें इ इसे पहचानने  के लिए हमारी गाड़ी में डैशबोर्ड बहुत सारे संकेतक लाइट दिए जाते हैं। अगर किसी कार के किसी भी जरूरी पार्ट में खराबी होती है तो यह लाइट जल उठते हैं डे डेशबोर्ड पर लगा टेंपरेचर गेज इंजन ओवरहीट की जानकारी देते हैं यह एकरेगुलेटर  की तरह होता है जो इंडिकेटर के माध्यम से इंजन के तापमान को दिखाता है। इसलिए इस लाइट को बिल्कुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। 

ओवरहीट होने पर ये काम करे 

 अगर आपने इस लाइट पर ध्यान नहीं दिया और आपकी कार और हिट हो चुकी है तो आपको तुरंत और हीटर ऑन कर देना चाहिए। हीटर केबिन के तापमान को बढ़ाने के साथ-साथ इंजन की तापमान कम करने में भी मदद करते हैं। इसलिए इंजन के अधिक गर्म होने पर हीटर  को तुरंत चालू कर दे। हीटर इंजन से गर्मी बाहर खींचता है जिससे इंजन ठंडा हो जाता है और कूलिंग सिस्टम पर कम दबाव पड़ता है। 

यह काम करेगा ओवरहीटिंग की समस्या दूर

अगर आप चाहते हैं कि आपको  इंजन ओवरहितीतँह की समस्या का सामना ना करना पड़े इसके लिए आप कूलेंट  की मदद ले सकते है  इंजन को ठंडा होने के लिए इस में कूलिंग सिस्टम को फिक्स किया जाता है। ओवरहीटिंग की समस्या से बचने के लिए कार में दिए गए  कूलेंट  को हमेशा चेक करें कूलेंट एक तरल पदार्थ होता है जो इंजन के तापमान को कंट्रोल में रखने में मदद करता है। अगर इसका स्तर न्यूनतम निशान से नीचे है, तो आपके इंजन के गर्म होने का खतरा है। साथ ही कम कूलेंट स्तर इसके लीक होने का भी संकेत देते हैं।