गणेश चतुर्थी में ऐसे गणपति की पूजा ,ऐसे होगी मनोकामना पूरी

हिंदू धर्म में भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना होती है किसी भी शुभ काम को करने के लिए गणपति बप्पा का पूजन किया जाता है। गणेश भगवान मान्यता विघ्नहर्ता कहा जाता है और माना जाता है कि जो भी भगवान गणपति बप्पा की पूरी मनोभाव अराधना करते हैं उनके सभी दुख दूर होते है।
इस साल 10 मार्च के दिन गणेश चतुर्थी व्रत तिथि प्रारंभ हो रही है इस वक्त गणपति बप्पा के लिए व्रत रखेंगे इस व्रत को संकष्ट चतुर्थी व्रत भी कहते हैं।
गणेश चतुर्थी व्रत पूजा विधि
गणेश चतुर्थी व्रत के दिन सुबह उठकर निर्मित होने से पश्चात स्नान किया जाता है और स्वच्छ वस्त्र धारण किए जाते हैं। इसके बाद भक्त व्रत का संकल्प लेते हैं। गणेश भगवान की प्रतिमा को साफ करके आसन पर रखा जाता है। संकष्ट चतुर्थी व्रत की पूजा अधिकतर शाम को ही होती है। अब गणेश भगवान की पूजा होती है पूजा में अक्षत ,रोली ,मौली और मोदक आदि का उपयोग होता है। दिनभर भक्त गणेश भगवान के ध्यान में लीन रहते हैं भगवान की कथा सुनते पढ़ते हैं आरती और भजन सुनकर अपना समय व्यतीत करते है।