18 मार्च को एकादशी के दिन बन रहा है ये तगड़ा संयोग ,पूजा का मिलेगा कई गुना फल

18 मार्च को चैत्र महीने की एकादशी का व्रत किया जाएगा इस दिन तिथि वार नक्षत्र व ग्रहों से मिलकर चार शुभ योग बन रहे हैं। इस संयोग में व्रत और दान करने से मिलने वाला पुण्य अक्षय हो जाएगा। पुराणों में इस एकादशी को पापमोचनी एकादशी कहते हैं इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करने से जाने अनजाने में हुए इस तरह के पास और दोष खत्म होते हैं।
चंद्रमा के साथ श्रवण नक्षत्र के स्वामी भगवान विष्णु भी है
ज्योतिष के अनुसार कि शनिवार 18 मार्च को चंद्रमा अपने ही नक्षत्र में रहेगा चंद्रमा के साथ श्रवण नक्षत्र के स्वामी भगवान विष्णु भी है इसलिए एकादशी व्रत और भी खास हो जाएगा।इस दिन की तिथि और ग्रह-नक्षत्र से सर्वार्थसिद्धि, शिव और स्थिर योग बन रहे हैं। इनके अलावा गुरु के अपनी ही राशि यानी मीन में होने से हंस नाम का महापुरुष योग बनेगा। वहीं, सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य नाम का शुभ योग भी बन रहा है।
यह व्रत महान पुण्य देने वाला है
सितारों की उपस्थिति में किया गया दान और व्रत अक्षय पुण्य देने वाला रहेगा। भगवान शिव ने महर्षि नारद को उपदेश देते हुए कहा यह व्रत महान पुण्य देने वाला है श्रेष्ठ मुनियो को अनुष्ठान करना चाहिए। एकादशी व्रत के दिन का निर्धारण ज्योतिष गणना के मुताबिक होता है वहीं उनका नक्षत्र आगे-पीछे आने वाली अन्य तिथियों के साथ संबध व्रत का महत्व और बढ़ाता है।