15 मई को बन रहे है ये दो बड़े शुभ संयोग ,अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति के लिए करे ये काम

15 मई सोमवार को पर्व एक साथ रहेंगे। इस दिन सूर्य की राशि बदलकर वृष में आएगा इसलिए वृष क्रांति पर्व मनेगा साथ ही ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी भी रहेगी। इस तरह से यह दिन स्नान ,दान, व्रत और पूजा पाठ के लिहाज से बहुत खास रहेगा। स्कंद पुराण में इस संयोग को महापर्व कहा गया है। इस दिन किए गए सब कामों में से अक्षय पुण्य मिलेगा।
एकादशी के व्रत और पूजा करने से हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं
सोमवार को सूर्योदय के साथ एकादशी तिथि शुरू हो जाएगी। इसलिए इस दिन स्नान -दान -व्रत और भगवान विष्णु की पूजा की जाएगी। ज्येष्ठ महीने में इस एकादशी का नाम अपरा एकादशी है। श्री कृष्ण ने अर्जुन को समझाया था की इस एकादशी के व्रत और पूजा करने से हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं। सूर्य संक्रांति के सक्रांति पर किए गए स्नान दान और व्रत को कई गुना पुण्य मिलता है। सूर्य की राशि परिवर्तन वाले इस पर्व पर सूर्य और भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है।
संयोग में जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाया
सक्रांति को पुराणों में पर्व कहा गया है। वहीं एकादशी को महापर्व का दर्जा मिला है इनका सहयोग बनने से दिन महापर्व बन जाता है। सक्रांति और एकादशी के सहयोग में तीर्थ स्थान करने का विधान है। तीर्थ पर ना जाएं तो घर पर ही गंगाजल में की कुछ बूंदें डालकर नहा सकते हैं। इस तरह विशेष तिथि और पर्व के शुभ संयोग में किए गए इस नाम से जाने अनजाने में हुए पाप खत्म हो जाते हैं। सक्रांति पर जरूरतमंद लोगों को दान देने की परंपरा है ज्येष्ठ महीने की एकादशी होने से इस दिन तिल डाल जल का दान करना बहुत फलदाई होता है। संयोग में जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाया। मौसम के मुताबिक कपड़े, छाता और जूते-चप्पल का दान करें। ऐसा करने से मिलने वाला पुण्य कभी खत्म नहीं होता है।