गंगा जल को घर में रखते है तो इन बातो का रखे जरूरी ध्यान

हिंदू धर्म में गंगा नदी को गंगा मैया माना जाता है। कहते हैं गंगा मैया में डुबकी लगा लेता है उसका जीवन धन्य हो जाता है। गंगा नदी के प्रति आस्था के चलते गंगा दशहरा के दिन भक्त गंगा में डुबकी लगाते हैं। गंगा दशहरा का दिन है जिस दिन गंगा माँ ने इस दिन धरती पर प्रकट हुयी थी । प्रत्येक वर्ष जेष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है।
भक्त गंगा मैया की पूजा करते है और गंगाजल घर में भी रखते हैं। अगर आप भी श्रद्धापूर्वक घर में गंगाजल रखा है तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। गंगाजल का पात्र घर में गंगाजल किस पात्र में रखा होता है इसका विशेष महत्व है।
प्लास्टिक की बोतल या डिब्बे में गंगाजल रखा जाता है जबकि मान्यता नुसार ऐसा नहीं करना चाहिए। गंगा जल को पवित्र पात्र जैसे तांबा ,पीतल और मिट्टी के पात्र में रखा जाना चाहिए। इसके चांदी अतिरकित चांदी के पात्र में भी गंगाजल भरकर रखा जा सकता है।
कहां रखें गंगाजल
गंगाजल रखने के लिए ऐसे स्थान का चुनाव करना चाहिए जहा अँधेरा होता है। माना जाता है कि गंगाजल को अंधेरे और साफ़ स्थान पर रखना शुभ होता है। खुले में धुप जहाँ पड़ती है ऐसे स्थान पर गंगाजल रखना उचित नहीं रहता घर की रसोई या फिर बाथरूम में या इनके आसपास गंगाजल नहीं रखा जाना चाहिए. इससे मां गंगा रुष्ट हो सकती हैं।
स्वच्छता है जरूरी
गंगाजल के आसपास की सफाई रखना बहुत जरूरी है। घर में जहां जरा भी गंदगी हो वहां गंगाजल रखे जाने से परहेज करना चाहिए जिस स्थान पर गंगाजल रखा वहां सफाई बरकरार रखें।
तामसिक भोजन
जिस घर में गंगाजल रखा हुआ तामसिक भोजन का सेवन करना अच्छा नहीं माना जाता है। यह कोशिश की जा सकती है कि जिस कमरे में गंगाजल रखा वहां तामसिक भोजन और मदिरा आदि को दूर रखा जाए।