
17 अप्रैल से वैशाख महीना हो गया शुरू हो गया है जो 16 मई तक चलेगा इस महीने में भगवान विष्णु और शिव जी के साथ पितरों की पूजा भी होती है जिसका काफी महत्व पुराणों में बताया गया है इस महीने में अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु के नर नारायण सहित परशुराम सहित हयग्रीव के अवतार हुए थे।
इसके अलावा इस महीने में नरसिंह भगवान ,कूर्म अवतार, मां गंगा ,भगवान चित्रगुप्त की पूजा भी होती है कहते हैं कि इसी महीने में त्रेता युग का आरंभ हुआ था इसी वजह से इसका धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है वैशाख महीने को माधव नाम से भी जाना जाता है माधव विष्णु भगवान का 1 नाम है इस महीने विष्णु भगवान की पूजा का खास महत्व है।
इस महीने के दौरान अगर आप 'ॐ माधवाय नमः 'मंत्र का नित्य कम से कम 11 बार जाप करेंगे तो भगवान विष्णु की आप पर कृपा होगी साथ ही भगवान विष्णु ,हरि गोविंद, त्रिविक्रम ,पदम नाम ,मधुसूदन ऋषिकेश नाम का भी ध्यान करें उन्हें पंचामृत का भोग लगाए और उस पंचामृत में तुलसी पत्र डालना नहीं भूले साथ ही सफेद या पीले फूल अर्पित करें।
वैशाख के महीने में पितरों की पूजा करने का भी खास महत्व है इस महीने में पितरों के निमित्त तर्पण और पिंडदान करना चाहिए पितरों की पूजा का महत्व के वैशाख माह की कथा में बताया गया है इस महीने में धर्म वरण नामक विप्र ने अमावस्या पर विधि विधान से पिंडदान कर अपने पितरों को मुक्ति दिलाई थी इस महीने भगवान शिवजी की पूजा करने से कई गुना फल मिलते हैं और वह जल्दी प्रसन्न हो जाते है।