
धर्म ग्रंथों के अनुसार कामिका एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा होती है और इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से मनोकामना जल्दी पूरी होती है इस बार एकादशी 24 जुलाई रविवार को है इस दिनवृद्धि, ध्रुव, धाता और सौम्य नाम के शुभ योग बन रहे हैं।
24 जुलाई की रात लगभग 10:00 बजे से अगली सुबह तक द्विपुष्कर योग रहेगा इस योग में पारण करने से कामिका एकादशी व्रत का 2 गुना फल मिलेगा ऐसा कहा जाता है कि भगवान की पूजा करने से देवताओं की आत्मा भी तृप्त होती है एकादशी करने वालों को इस दिन भूलकर भी अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए ऐसा करना महा पाप माना गया है।
वृद्ध , रोगी और गर्भवती महिलाएं अगर यह व्रत करती है तो फलाहार या गाय का दूध ले सकती हैं कामिका एकादशी को रात को सोना नहीं चाहिए रात भर जागकर भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें और अगली सुबह ब्राह्मणों को भोजन करवाने के बाद ही आप भोजन और आराम करना चाहिए।
एकादशी को जो लोग एकादशी व्रत नहीं करते हैं उन्हें भी चावल या इससे बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए कामिका एकादशी सावन मास में आती है जो कि भगवान शिव का महीना है इसलिए इस एकादशी पर भगवान विष्णु के साथ-साथ शिवजी की पूजा करें इससे दोनों देवताओं की कृपा हम पर बनी रहती है।