
सावन का पहला प्रदोष व्रत 25 जुलाई दिन सोमवार को इस दिन सोम प्रदोष व्रत है सोम प्रदोष व्रत और सावन का दूसरा सोमवार का व्रत भी है सावन सोम प्रदोष व्रत की वजह से यह दिन काफी संयोग बन रहे हैं इस दिन 2 राजयोग के साथ ही स्वार्थ सिद्धि योग ,अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है।
इस वजह से यह दिन पूजा-पाठ आदि की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है जो लोग पूरे साल प्रदोष व्रत रखना चाहते हैं वह इस दिन से सोम प्रदोष प्रारंभ कर सकते हैं भारतीय पंचांग के अनुसार देखा जाए तो 1 साल में कुल 24 प्रदोष व्रत होते हैं हिंदी कैलेंडर के अनुसार हर महीने की कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष मिलाकर दो प्रदोष व्रत रखे जाते हैं।
हर महीने की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत रखने की परंपरा है कि इस तिथि को अधिपति देव भगवान शिव शंकर की तिथि माना जाता है 25 जुलाई को सावन का पहला प्रदोष व्रत है इस दिन शश और हंस राज्यों के साथ हीबुधादित्य, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है शुभ सावन सोमवार के दिन आप रावण परिचित रचित शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करते हैं तो भगवान शिव प्रसन्न होते हैं इस दिन धन वैभव की देवी माता भी प्रसन्न होती है भक्तों की दरिद्रता दूर करती और उनकी यश और धन में वृद्धि करती है। `