
सावन का महीना से भगवान शिव को समर्पित है और 14 जुलाई से शुरू हो गया है सावन के महीने में शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए खास माना गया है शनि ग्रह के अशुभ प्रभाव से हर कोई भयभीत रहता है शास्त्रों के अनुसार शनि की पूरी दृष्टि पड़ने से व्यक्ति के जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
ऐसे में शनि की वक्री अवस्था में मकर राशि में विराजमान है और जनवरी 2023 से फिर से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे मकर राशि में शनि के होने से मकर ,धनु, कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती और मिथुन तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के महीने में शिव पूजन करने से शनि का अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है कहते हैं इस महीने में भगवान भोलेनाथ पृथ्वी पर विचरण करते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
शनि के कुप्रभाव को कम करने के लिए मकर ,कुंभ ,धनु ,मिथुन ,तुला राशि वाले राशि वालों को सावन के महीने में रोजाना नियम से भोलेनाथ को जल अर्पित करना चाहिए यह राशि वाले ही नहीं सभी लोग भोलेनाथ को जल अर्पित कर सकते हैं जलाभिषेक करने के साथ ही भगवान शिव को आरती व चालीसा का पाठ भी करें भगवान शिव की आप पर कृपा पड़ेगी और आपके ऊपर शनिदेव के प्रकोप का साया नहीं पड़ेगा।