
हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व बिहार ,बंगाल, उड़ीसा ,राजस्थान में ज्यादा मनाया जाता है जबकि शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि का नागपंचमी उत्तर प्रदेश सहित राज्य में मनाई जाती है।
कृष्ण पक्ष के अनुसार नागपंचमी का पर्व 18 जुलाई 2022 को को है वही शुक्ल पक्ष के अनुसार नाग पंचमी 2 अगस्त का है आज सर्पो के बारे में कुछ रोचक किस्से और कहानियां सुनाते हैं भविष्य पुराण के अनुसार वर्षा ऋतू के चार महीने तक गर्भ गर्भ धारण कर लेते हैं कार्तिक महीने तक सर्प 240 अंडे देते है उनमें से कुछ को रोजाना खुद ही खा लेते हैं कुछ अंडे इधर उधर लुढ़क कर चले जाते हैंउनमे से बच्चे निकलते है।
सांप के जो अंडे सोने की तरह चमकते हैं उन अंडों में पुरुष वही लंबी रेखा वाले अंडों में स्त्री सर्प होते हैं इन लोगों को 6000 अपनी 6 महीने तक सेती है उसके बाद सर्प बाहर आते हैं जो सांप अपने समय से बिना ही उत्पन्न होते हैं उनका साथ ही उनकी आयु भी कम ही होती है।
उनमे विष भी कम होता है वो 45 सालो तक की जीते हैं जिसके दांत ,लाल, पीले सफेद और विष का वेग कम होता है अल्पायु और बहुत डरपोक किस्म के होते हैं 6 महीने के बाद शराब केचुली का त्याग करता है क्या आप जानते हैं कि सर में कितने पैर होते हैं सर्प 240 पर होते हैं लेकिन वह बहुत ही छोटे होते हैं इसलिए दिखाई नहीं देते हैं जब सर्प चलता है तब बाहर निकलते हैं और बाकी समय अंदर ही रहते इसका वर्णन भविष्यपुराण में भी है।
सर्प के अंडे से बाहर आने के सात दिन के बाद सर्प के दांत उग जाते हैं और 21 दिन बाद दांतों में विष आ जाता है सर्पिणी के साथ घूमने वाले सांप को बाल सांप कहा जाता है पचीस दिन में वह बाल सर्प दूसरों प्राणियों के प्राण लेने में समर्थ हो जाता है।