अब हर गाँव में इंटरनेट पहुंचाने के लिए केबिनेट ने किया 1.39 लाख करोड़ रूपये मंजूर ,यहां जाने इस पूरी योजना के बारे में

देश के गांव-गांव में इंटरनेट पहुंचे इसलिए कैबिनेट ने भारत प्रोजेक्ट के तहत 1 पॉइंट वन 40 लाख करोड रुपए मंजूर किए हैं। पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है। इसमें इस देश के 6.4 लाख गांव तक इंटरनेट पहुंच जाएगा। फिलहाल भारत नेट प्रोजेक्ट के अंदर 1.94 लाख गांव को इंटरनेट से जोड़ा जा चुका है और बाकी गांव को भी आने वाले ढाई साल में जोड़ा जाना है।
बीएसएनल की शाखा भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड को मिला है
शुक्रवार को हुई मीटिंग के बिना ऑप्टिकल फाइबर आधारित इंटरनेट कनेक्ट टीवी के लिए 139579 करोड रुपए की मंजूरी दी इसके जरिए भारत की आखिरी गांव तक सुविधा इंटरनेट की सुविधा पहुंच सकेगी। ऑप्टिकल फाइबर के जरिए गांवों तक इंटरनेट पहुंचने का जिम्मा बीएसएनल की शाखा भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड को मिला है।
भारत ब्रॉडबैंड ने इसके लिए गांवों के आंत्रप्रेन्योर्स से पार्टनरशिप भी की है। पायलट प्रोजेक्ट के बाद लोकल आंत्रप्रेन्योर्स की मदद से फाइबर को गांव गांव से होकर घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया। शुरुआती पायलट प्रोजेक्ट में 4 जिले के 60000 गांव को इंटरनेट से जोड़ने की तैयारी की गई थी। इस प्रोजेक्ट में इस्तेमाल होने वाले कस्टमर के लिए जरूरी चीजें और ऑप्टिकल फाइबर BBNL ने पहुंचाएं हैं। इसके साथ ही नेटवर्क के मेंटेनेंस के लिए लोकल आंत्रप्रेन्योर्स की मदद ली गई थी। शुरुआती प्रोजेक्ट में चार जिलों में 60000 गांव तक पहुंचाने के लिए3,800 लोकल आंत्रप्रेन्योर्स की टीम लगी थी जिसके जरिए इन गांवों में 3.51 लाख ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगाए गए।