रवि शास्त्री ने वनडे क्रिकेट को लेकर दे दिया ऐसा बयान की मच गया तहलका

भारत में होने वाले वनडे विश्वकप में 7 महीने से भी कम समय रह गया और देश की क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि इस टूर्नामेंट को नयापन देने के लिए आईसीसी टूर्नामेंट की भविष्य भविष्य के चरणों को 40-40 ओवर का कर देना चाहिए। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट के चौथे दिन रविवार को पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा ,वनडे क्रिकेट को बचे रहने के लिए इसे भविष्य में घटाकर 40 ओवर का कर देना चाहिए ।
वनडे क्रिकेट को 50 ओवर से 40 ओवर
शास्त्री ने कहा कि वनडे में दर्शकों की घटती संख्या का निवारण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब कपिल देव की अगुवाई वाली भारतीय टीम 1986 वनडे विश्व कप जीता था तो यह सवार 60 ओवर का टूर्नामेंट हुआ करता था लेकिन बाद में इसे घटाकर 50 ओवर का कर दिया गया मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि जब इसे 40 -40 ओवर का कर देना चाहिए समय के साथ बदलना जरूरी है, प्रारूप को घटाना चाहिए।
20 ओवर के दौरान दो ब्रेक लंच करना संभव नहीं था
भारतीयों दर्शकों कोई दिलचस्पी कम होने की बात कही है लेकिन जब 1987 में विश्वकप उप महाद्वीप में कराया गया तो 120 ओवर के दौरान दो ब्रेक लंच करना संभव नहीं था। जैसा इंग्लैंड में पिछले तीन चरण के दौरान हुआ था शास्त्री ने कहा कि टी-20 प्रारूप इन में बड़ी कमाई करता रहेगा लेकिन वह द्विपक्षीय टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला को पसंद नहीं करते और उनका कहना है कि इन्हें कम कर देना चाहिए। यह महान क्रिकेटर द्विपक्षीय श्रृंखला को कम करने की वकालत करता रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि टी20 प्रारूप महत्वपूर्ण है. इसे विकसित करने की जरूरत है, लेकिन मुझे लगता है कि द्विपक्षीय श्रृंखला को कम किया जाना चाहिए पूर्व खिलाड़ी ने कि टेस्ट क्रिकेट अपने शीर्ष स्थान का लुफ्त उठाना जारी रखेगा क्योंकि यह महत्वपूर्ण प्रारूप बनाने का टेस्ट क्रिकेट मैच टेस्ट क्रिकेट बना रहेगा इसे सबसे ज्यादा महत्व दिया जाना चाहिए मुझे लगता है कि भारत में सभी प्रारूपों के लिए जगह है विशेष रूप से उपमहाद्वीप में विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया जैसी जगहों पर।