बेबी डिविलियर्स ने मचा दी अपने बल्ले से तबाही ,घर की छत पर पिता ने सिखाया था हर कोने पर शॉट मारना

आई पी एल 2023 की 38 वे मैच में लखनऊ सुपर जॉइंट्स से पंजाब किंग्स को उसके घर यानी महोली में शिकस्त दी। लखनऊ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में पांच विकेट नुकसान पर रिकॉर्ड दो 57 रन बनाए थे जो आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर था। इसका पीछा करते हैं पंजाब किंग्स 201 रन पर ऑल आउट हो गई। लखनऊ ने यह मुकाबला 56 रन से जीता। लखनऊ की जीत में बल्लेबाजों का बड़ा हाथ रहा तो 5 में से चार बल्लेबाजों ने 30 प्लस स्कोर किया। इसमें 23 साल के युवा बैटर आयुष बदोनी की भी पारी अहमदी तीसरे नंबर पर बैटिंग करने के लिए उतरे। आयुष ने 24 गेंद में 40 रन बनाये लखनऊ कोई सीजन के सबसे बड़े स्कोर तक पहुंचाया।
30 साल के आयुष बदोनी को यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा
आईपीएल के 16 सीजन में यह आयुष का सबसे बड़ा स्कोर भी रहा। 30 साल के आयुष बदोनी को यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा। उन्होंने इसी साल की शुरुआत में दिल्ली के फर्स्ट क्लास ने भी किया था और अपने तीसरे मैच में ही 193 रन की पारी खेली साबित कर दिया कि आखिर क्यों गौतम गंभीर ने युवा बैटर पर दांव खेला और लखनऊ सुपरजॉइंट्स से जोड़ा। आयुष बल्लेबाजी के साथ-साथ ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते हैं।
आयुष की क्रिकेटर बनने की शुरुआत घर की छत से ही हो गई थी पिता विवेक बदोनी घर की छत पर इधर-उधर फैलाकर छोटे छोटे पत्थर रख देते हैं। फिर आयुष को गैप ढूंढकर शॉट लगाने को कहते थे ये अभ्यास घंटा होता था। यही आज भी इस बल्लेबाज के काम आ रहा है और आईपीएल जैसे बड़े मंच पर आयुष आसानी से बड़ी-बड़ी गेंदबाजों के खिलाफ मैदान के कोने कोने में शॉट लगा रहे हैं। पंजाब किंग्स के खिलाफ 43 रन की पारी नजर आए उन्होंने तीन चौके और तीन छक्के मारे।
आयुष के टैलेंट में सबसे पहला राहुल द्रविड़ ने 2018 में पहचाना था। जब आयुष अंडर-19 में क्रिकेट खेल रहे थे और द्रविड़ भारतीय अंडर-19 टीम के कोच थे। उन्हें तक भारतीय टीम में चुना गया था और वह एशिया कब खेली थी लेकिन न्यूजीलैंड में हुई अंडर-19 विश्व कप की टीम में जगह नहीं बना पाए। हालांकि जिस खिलाड़ी को राहुल द्रविड़ ने मौका दिया था उसे अपनी होम टीम दिल्ली की तरफ खेलने के लिए पापड़ बेलने पड़े थे।
केएल राहुल ने दिया है नाम 'बेबी डिविलियर्स '
लखनऊ सुपर जॉइंट्स के कप्तान के राहुल ने आयुष को 'बेबी डी विलियर्स 'नाम दिया है। आयुष के पास शॉट्स की अच्छी रेंज है। वह मैदान के हर कोने में शॉट्स लगा सकते हैं। दिल्ली के क्रिकेट सर्कल में उन्हें काफी समय से देख रहे हैं क्रिकेट के जानकारों का मानना है कि आई उसके पास एक ही गेंद पर तीन तरह के शॉट्स खेलने की काबिलियत है और यह आईपीएल के साथ ही घरेलू क्रिकेट में वह दिखा रहे हैं तभी वह तो क्विंटन डिकॉक जैसे बैटर बेंच पर बैठे हैं और आयुष को सभी आठ मैच में उतारा गया।
दिल्ली टीम में हुए नजरअंदाज
23 साल का ये बैटर 2020 में भी दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट में डेब्यू कर लेते। लेकिन, डीडीसीए की तत्कालीन क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के चेयरमैन अतुल वासन की सिफारिश के बाद भी सेलेक्टर्स ने उन्हें दिल्ली के लिए नहीं चुना। इसके बाद अतुल ने आयुष को मुंबई इंडियंस के लिए ट्रायल्स पर भी भेजा। एक साल के इंतजार के बाद टी20 में आयुष को दिल्ली की तरफ से खेलने का मौका मिला। यहीं से गौतम गंभीर की नजर पड़ी और फिर आईपीएल का टिकट मिला और लखनऊ ने आईपीएल 2022 के ऑक्शन में 20 लाख में खरीदा।