इंग्लैंड बनी इस साल की सबसे बड़ी कामयाब टीम ,यहां जाने टीम इंडिया क्या सिख सकती है इंग्लैंड टीम से

रविवार को इंग्लैंड क्रिकेट इतिहास का पहला डबल वर्ल्ड चैंपियन बना । इंग्लैंड ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर रविवार को खेले गए फाइनल में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर दूसरी बार टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया इंग्लैंड के नाम इस समय वनडे वर्ल्ड कप खिताब भी है पहली बार किसी टीम के पास एक साथ वनडे और टी-20 दोनों का वर्ल्ड टाइटल है।
इस बार वर्ल्ड कप से इंग्लैंड पूरी दुनिया को बताया कि क्रिकेट का सबसे छोटा फॉर्मेट कैसे खेला जाता है। एक तरफ पाकिस्तान टीम थी जिसके पास शानदार बॉलिंग लाइन थी टीम इंडिया के बाद शानदार बैटिंग लेकिन दोनों टीमें वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई दूसरी तरफ इंग्लैंड के पास बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने वाले कई प्लेयर थे आज हम आपको बताते हैं कि वर्ल्ड कप का फाइनल जीतने वाली इंग्लैंड टीम से इंडिया क्या सीख सकती है।
1 शानदार ओपनर्स
इंग्लैंड के पास इस वर्ल्ड कप में जोस बटलर और एलेक्स हेल्स के रूप में दो अग्रेसिव ओपनर थे। दोनों पावर प्ले में बड़े-बड़े शॉट लगाते हैं और शुरुआती छह बॉल में 60 से 70 रन बना लेते हैं। टीम इंडिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में दोनों ने 169 रन के टारगेट को 16 ओवर में ही चेंज कर लिया और वह भी बिना किसी विकेट के। पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में भी हेल्स भले ही शुरुआत में आउट हो गई लेकिन जोस बटलर ने 17 बॉल में 26 रन बनाए हैं वही इंडियन ओपनर पूरे वर्ल्ड कप में डिफेंसिव दिखे। इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया ने सेमीफाइनल के पावर प्ले में सिर्फ 38 रन बनाए थे जरा अंदाजा लगाया कि वह पूरे वर्ल्ड कप में भारतीय ओपनर्स ने पावर प्ले में 100 से भी कम स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
2 इंग्लैंड के पास 7 बॉलिंग ऑप्शन
इंग्लैंड के पास इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा बॉलिंग ऑप्शन थे इससे कप्तान जोस बटलर का काम बहुत आसान हो गया बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स, सैम करन, आदिल रशीद, लियाम लिविंगस्टोन, मोईन अली, क्रिस वोक्स और क्रिस जॉर्डन स्पेशलिस्ट बॉलर ही हैं अगर कोई गेंदबाज महंगा साबित हो तो तुरंत उसकी जगह दूसरे गेंदबाज को ले आते थे। दूसरी तरफ से इंडिया के 5 से 6 बॉलिंग ऑप्शन थे अर्शदीप सिंह, मोहम्मद शमी, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, अक्षर पटेल और आर. अश्विन आर अश्विन अश्विन और अक्षर पटेल पूरे टूर्नामेंट में सेमीफाइनल में जब भी बॉल रिपीट रहे होते थे तो रोहित शर्मा समझ ही नहीं पा रहे थे बॉलर यजुवेंद्र चहल जैसे बेस्ट स्पिनर को हमने पूरे वक्त बेंच पर बिठाए रखा।
3 ऐसा बल्लेबाज जो बॉलिंग भी कर सके
इंग्लैंड के पास टॉप बल्लेबाजों में दो ऐसे थे जो बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी भी करते थे । लियाम लिविंगस्टोन और मोईन अली दूसरी तरफ इंडिया के पास कोई ऐसा ऑप्शन नहीं तो सेमीफाइनल में 3 और 20 रन दिए थे। पूरे वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा ,के राहुल ,विराट कोहली और ऐसा भी नहीं है कि कोहली और रोहित शर्मा गेंदबाजी नहीं करते रोहित ने आईपीएल में हैट्रिक ली है।
4 फीयरलेस क्रिकेट
टूर्नामेंट में इंग्लैंड ने दिखाया की फियरलेस क्रिकेट क्या होती है उन्होंने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग तीनों जगह बिना बेखौफ क्रिकेट खेला बेट्समेन आते आते ही बड़े बड़े शॉट लगाते हैं हमारे ओपनर्स रोहित शर्मा और केएल राहुल का स्ट्राइक रेट तो मोईन अली और लियम लिविंगस्टोन से भी कम रहा।