ये लोग माने जाते है राम जी के वंशज ,लेकिन रह चुके है कई बार विवादों में

जयपुर का शाही परिवार भगवान श्री राम के वंशज है इसका दावा खुद माता पद्मिनी देवी ने एक अंग्रेजी चैनल को इंटरव्यू में किया था। उन्होंने बताया कि उनके पति भवानी सिंह भगवान राम की बेटी कुश के 309 के वंशज थे। भारत के आजादी के बाद राजा महाराजाओं के वक्त खत्म होने से पहले सवाई मानसिंह द्वितीय जयपुर महाराजा जयपुर राजघराने की आखिरी महाराजा थे। उन्होंने तीन शादियां की थी।
नरेंद्र सिंह राज घराने से नहीं है वह जयपुर राजघराने के ही कर्मी रहे है
पहली शादी से मरुधर कंवर से ,दूसरी शादी मरुधर कंवर की भतीजी किशोर कंवर से और तीसरी शादी गायत्री देवी गायत्री देवी से की थी। सवाई मान सिंह द्वितीय और उनकी पहली पत्नी मरुधर कंवर देवी साहिबा के बेटे भवानी सिंह को राजगद्दी सौंपी गई। उनकी शादी रानी पद्मिनी देवी से हुयी थी महाराजा भवानी सिंह और रानी पद्मिनी सिंह देवी सिंह की सिर्फ एक ही बेटी है जिनका नाम दिया सिंह है। महाराजा भवानी सिंह और रानी पद्मिनी देवी की बेटी भी है दिया सिंह की शादी नरेंद्र सिंह से हुई थी। नरेंद्र सिंह राज घराने से नहीं है वह जयपुर राजघराने के ही कर्मी रहे है। इस वजह से खानदान के लोगों ने एक आम शख्स से शादी का विरोध किया था।
दिया सिंह के बेटे पद्मनाभ सिंह को अपना उत्तराधिकारी चुना था
यही नहीं कोई बेटा ना होने की वजह से महाराजा भवानी सिंह ने दिया सिंह के बेटे पद्मनाभ सिंह को अपना उत्तराधिकारी चुना था। इस बात को लेकर भी विरोध हुआ था। सवाई मानसिंह द्वितीय की तीसरी पत्नी गायत्री देवी के निधन के बाद संपत्ति को लेकर विवादों में राज घराना घिर चुका है। वहीं 2 साल पहले जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने होटल राज महल पैलेस के गेट्स को सील कर दिए थे। इसके विरोध में खुद राजमाता गायत्री देवी अपने नाती राजा पद्मनाभ सिंह के साथ सड़कों पर उतर आई थी। दिया सिंह सवाई माधोपुर से बीजेपी विधायक है। उनके बेटे जयपुर के राजा श्री पदमनाभ सिंह पोलो खिलाड़ी भी है। सवाई परिवारों की पार्टी में अक्सर देखे जा सकते हैं। दिया सिंह की बेटी गौरी और छोटा बेटा लक्ष्यराज सिंह है उनके महल में कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज चुके हैं।