अक्षय कुमार की फिल्म 'मिशन रानीगंज' का VFX होगा इतना शानदार ,इतने पैसे खर्च करके मेकर्स ने बढ़ाई फिल्म के लिए एक्साइटमेंट

अक्षय कुमार की अपकमिंग फिल्म' मिशन रानीगंज द ग्रेट भारत रेस्क्यू 'है। इसमें अक्षय की पिछली फिल्मो हाउसफुल 4 ,रोबोट 2.0 , की तरह हैवी वीएफएक्स वर्क रहेगा। फिल्म से जुड़े सूत्रों ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस फिल्म में तकरीबन 1300 फिल्म से जुड़े सूत्रों के मुताबिक फिल्म का कुल 45 मिनट का फुटेज करीब ढाई महीने पहले ही वीएफएक्स कंपनी के पास आ गया था। उसकी शूटिंग पिछले साल पूरी हो चुकी थी। एडिटिंग के लेवल पर भी काफी कम हो जाने के बाद ही यह फुटेज वीएफएक्स कंपनी के पास भेजा जाता है।
45 मिनट की फुटेज का औसत वीएफएक्स बजट 6 से 8 करोड़ के आसपास आता है
सूत्र बताते हैं कि करीब 45 मिनट की फुटेज का औसत वीएफएक्स बजट 6 से 8 करोड़ के आसपास आता है। फिल्म का काम कैसा चल रहा है देखने के लिए डायरेक्टर तीनों सुरेश देसाई और प्रोड्यूसर जैकी भगनानी बीच-बीच में वीएफएक्स कंपनी का दौरा करते रहते हैं। फिल्म में कोयले की खदान को कंप्यूटर ग्राफिक्स के जरिए दिखाया गया है। फिल्म के वीएफएक्स का काम तो 90 फीसदी पूरा हो चुका है। 22 सितंबर तक इसकी एडिटिंग और कलरिंग का काम पूरा किया जाना है क्योंकि 6 अक्टूबर को इस रिलीज होना है।
मेकर्स ने करीब 1300 शॉट लिए थे जिसमें अक्षय को बियर्ड लुक में दिखाना था
अगर वीएफएक्स कंपनी ने वक्त पर काम पूरा नहीं किया तो मेकर्स कंपनी पर पेनल्टी भी लगते हैं। मेकर्स ने करीब 1300 शॉट लिए थे जिसमें अक्षय को बियर्ड लुक में दिखाना था,कंपनी ने इसमें से 900 शॉट फाइनल किए हैं। अक्षय पूरी फिल्म में बियर्ड लुक में नजर आएंगे। फिल्म 'मिशन रानीगंज ',द ग्रेट भारत रेस्क्यू का तुजर हाल ही में रिलीज हुआ है। फिल्म 13 नवंबर 1989 को रानीगंज कोल फील्ड में खदान ढहने और फिर बाढ़ आने की सच्ची घटना पर आधारित है। इस हादसे में मजदूरों का समूह जमीन से 350 नीचे खदान में ही फंस गया था। उस वक्त माइनिंग इंजीनियरिंग जसवंत सिंह गिल थे उन्होंने इस हादसे के बाद अपनी जान की परवाह किए बिना लगातार छह घंटे तक बरसते पानी में 65 मजदूरों की जान बचाई थी। जसवंत सिंह को उनकी इस बहादुरी के लिए 1991 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति आर वेंकटरमण ने सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया था।