
अभिषेक बच्चन की फिल्म दसवीं रिलीज हुए 2 महीने हो गए लेकिन लोगों के जीवन पर इसका असर आज भी देखने को मिल रहा है अभिषेक ने इस फिल्म में एक राजनेता की भूमिका निभाई थी जिसने 40 दशक में अपनी कक्षा 10 की परीक्षा पास की।
अब फिल्म से जुड़ी ऐसी खबर सामने आई को खुद पर जिसे सुनकर अभिषेक को खुद पर काफी गर्व महसूस हो रहा है पता चला है कि आगहाल ही में यह पता चला है कि आगरा सेंट्रल जेल के कई कैदी, जहां इस फिल्म को दिखाया गया था, ने फिल्म से प्रेरित होकर 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास कर ली है एक रिपोर्ट के अनुसार आगरा सेंट्रल जेल जेल की 12 के दिनों में यूपी के दसवीं बोर्ड की परीक्षा पास कर ली इनमें से 9 कैदियों ने दसवीं की परीक्षा पास की जबकि तीन ने इंटरमीडिएट की 12वीं की परीक्षा पास की।
परीक्षा पास करने वाले 9 कैदियों में से तीन को पहला स्थान जबकि 6 को दूसरा स्थान मिला है जब यह खबर अभिषेक बच्चन तक पहुंची तो उन्होंने फिल्म के जबरदस्त प्रभाव को किसी भी पुरस्कार से बेहतर बताया है उन्होंने इस तरह की उपलब्धि का क्रेडिट दसवीं के निर्देशक तुषार जलोटा और छात्रों को दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार अभिषेक बच्चन ने कहा कि जब आप अपनी फिल्म के पॉजिटिव असर को देखते हैं तो बहुत अच्छा लगता है की आप वास्तविक जीवन में एक ऐसी फिल्म का हिस्सा रहे हैं इसका श्रेय छात्रों और मेरे निर्देशक तुषार को जाता उनका फिल्म और उस कहानी में विश्वास जो वह बताना चाहता था यह खबर किसी भी पुरुस्कार और तारीफ से बहुत बड़ी है जिसे हम एक टीम के रूप में प्राप्त कर सकते थे वही निर्देशक तुषार जलोटा ने कहा कि, 'मैं इस तरह की दिल दहलाने वाली खबर सुनकर वाकई खुश हूँ ।