COPD:फेफड़ों के डेमैज होने के इन लक्षणों को बिलकुल भी ना करे इग्नोर

क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज को सीओपीडी के नाम से जाना जाता है। इस समस्या के दौरान फेफड़ो के वायु मार्ग सिकुड़ जाते हैं जिस वजह से सांस लेने में परेशानी आती है ऐसा होने पर शरीर के अंदर की से कार्बन डाइऑक्साइड बाहर नहीं निकल पाती है। लंबे समय से जारी खांसी- बलगम का बहुत अधिक मात्रा में बनना , सांस लेने में दिक्कत ,थकान ,बिना किसी कारण वजन कम होना ,यह सभी सीओपीडी के लक्षण है।
सीओपीडी के लक्षणों पर अगर समय पर पता लगा लिया जाए तो इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है कि सीओपीडी की समस्या से पीड़ित लोगों में हृदय संबंधित बीमारियां, फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इस बीमारी में विकसित होने की संभावना अधिक होती है। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं के फेफड़े छोटे होते हैं और सिगरेट या अन्य तरह के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। फेफड़ों से संबंधित बीमारियों को बढ़ाने में एस्ट्रोजन भी एक मुख्य भूमिका निभाता है. दवाइयों, ऑक्सीजन थेरेपी आदि से इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है।
सीओपीडी के लक्षण आमतौर पर तब ही दिखते हैं जब यह को काफी नुकसान पहुंचा चुका होता है। अगर कोई स्मोकिंग करता है तो समय के साथ यह समस्या और भी बढ़ने लगती है आज हम आपको बताते हैं सीओपीडी के लक्षणों के बारे में।
1 क्रॉनिक कफ
सीओपीडी का एक मुख्य लक्षण लंबे समय से खांसी या कफ का होना है। सीओपीडी की समस्या होने पर व्यक्ति को लगातार पूरे दिन खांसी की समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर आपको चार से आठ हफ्तों के से ज्यादा कफ की समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो यह सीओपीडी का शुरुआती लक्षण हो सकता है।
2 सांस लेने में दिक्कत
सीओपीडी का दूसरा सबसे मुख्य लक्षण है सांस लेने में दिक्कत होना ,काफी देर चलने के बाद या चढ़ाई चढ़ने के बाद अगर आपको पूरे दिन थकावट महसूस होती है तोया इस और इशारा करता है कि आपकी फेफड़े कमजोर हो रहे हैं।
3 बिना किसी वजह के वजन कम होना
सीओपीडी का तीसरा मुख्य कारण बिना किसी वजह के वजन का लगातार कम होना है। अगर आपका भी वजन बिना किसी कारण के लगातार कम होता जा रहा है तो जरूरी है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें।