
सावन का महीना शुरु हो चुका है ऐसे में भगवान के शिव के भक्त उन्हें मनाने में पूरे महीने आराधना में लगे रहते भगवान शिव की पूजा के दौरान पंचामृत चढ़ाया जाता है इतना ही नहीं पंचामृत को प्रसाद के रूप में लोगों के बीच में बांटा जाता है पंचामृत का महत्व सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नही बल्कि इसका सेवन करने से व्यक्ति की सेहत से जुड़े कई लाभ भी होते हैं आज हम आपको पंचामृत कैसे बताते हैं।
पंचामृत बनाने के लिए सामग्री-
गाय का दूध- 1 गिलास
गाय का दही- 1 गिलास
गाय का घी- 1 चम्मच
शहद- 3 चम्मच
मिश्री अथवा शक्कर- स्वादानुसार
कटे हुए तुलसी के पत्ते- 10
कटे हुए मखाने- ड्राई फ्रूट्स - 20
पंचामृत बनाने के लिए सबसे पहले दही, दूध, एक चम्मच चम्मच शहद ,घी और चीनी के बर्तन में डालकर अच्छी तरह से मथ लेना है आप चाहे तो इन सब चीजों को मिक्सी में भी डाल कर चला सकती है इसके बाद तुलसी के 8-10 पत्ते डालकर कटे हुए मखाने और ड्राई फ्रूट्स भी डाल दे भगवान भोलेनाथ को लगा भोग लगाने के लिए आपका पंचामृत तैयार हो चुका है।
पंचामृत कई फायदे होते हैं यह पीत दोष को बैलेंस करता है आयुर्वेद के अनुसार इसका सेवन से पित्त दोष संतुलित होता है इसका सेवन करके आप इम्यूनिटी भी सुधार सकते हैं ,यह स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद होता है वही अगर प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन किया जाए तो यह मां और बच्चे दोनों के लिए लाभदायक होता है।