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Video : पदम् पुरस्कार मिलने के बाद शाह रशीद अहमद कादरी ने की पीएम की तारीफ ,बोले मुझे उम्मीद नहीं थी

 

कर्नाटक में बीदर शाह  रशीद अहमद कादरी को राष्ट्रपति   द्रोपदी मुर्मू ने पदम श्री से सम्मानित किया। उन्होंने इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी से कहा कि उन्हें लगता था कि यूपीए में पद्म सम्मान मिलेगा लेकिन नहीं मिला। उन्हें बीजेपी की सरकार से उम्मीद नहीं थी इसलिए खामोश बैठे थे। लेकिन वे गलत साबित हुए उन्होंने पुरस्कार के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। रशीद अहमद कादरी ने पीएम मोदी से कहा मैंने 5 साल तक इंतजार किया। लेकिन नहीं मिला उसके बाद में खामोश बैठ गया कि बीजेपी सरकार में मुझे पदम् पुरस्कार  में सम्मान नहीं मिलेगा लेकिन आपने मेरे ख्यालों को गलत साबित कर दिया। इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। 

बिदरी एक लोक कला है पारंपरिक सृजन कर्नाटक के बीदर शहर से शुरु हुआ था

शाह रसीद अहमद कादरी को बिदरी कला में नई पैटर्न और डिजाइन पेश करने के लिए पहचाना जाता है। बिदरी एक लोक कला है पारंपरिक सृजन कर्नाटक के बीदर शहर से शुरु हुआ था।  बाद में धीरे-धीरे इस कला का प्रसार तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भी हो गया।  बिदरी कला का नामकरण इस कला के जन्म स्थल भी दरगाह पर हुआ है। यह क्रम पारंपरिक शिल्प कला है इसे जस्ता , चांदी ,तांबा जैसे तत्वों के उपयोग से सिर्फ तैयार किए जाते हैंयह  काफी जटिल स्वरूप है। राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने आज 53 लोगों को पद्म पुरस्कार वितरित की । राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कई हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से नवाजा। समाजवादी पार्टी के संस्थापक रहे दिवंगत मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।  मशहूर चिकित्सक दिलीप महालनाबिस को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।


 


 

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वे भारत के रक्षा मंत्री और लंबे समय तक सांसद भी रहे थे

 लेखक सुधा मूर्ति, भौतिक विज्ञानी दीपक धर, उपन्यासकार एसएल भैरप्पा और वैदिक विद्वान त्रिदंडी चिन्ना जे स्वामीजी को भी राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। दीपक धर सांख्यिकीय भौतिकी में अपने लंबे शोध करियर के लिए जाने जाते हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत सम्मान दिया गया. वे भारत के रक्षा मंत्री और लंबे समय तक सांसद भी रहे थे।