अतीक अहमद के दोनों बेटो का ऐसे हुआ एनकाउंटर ,यहां जाने पूरी स्टोरी यूपी STF चीफ की जुबानी

यूपी के गैंगस्टर अतीक अहमद केबेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद का एनकाउंटर हो गया। यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को झांसी की पारीछा डैम के पास दोनों को मार गिराया। दोनों उमेश पाल मर्डर केस के वांटेडथे दोनों पर 5 ल-5 लाख का इनाम भी था। पुलिस के मुताबिक इनके पास विदेशी हथियार भी मिले हैं। इस पूरे मामले परएडीजी यूपी एसटीएफ अमिताभ यश ने खास बातचीत की है। एडीजी ने कहा समाज मेंखौफ फैलाने वाले ऐसे गैंग की गलतफहमी दूर हो गई। वही सीएम योगी ने पुलिस और एसटीएफ की टीम को बधाई दी है।
दिनदहाड़े एक सरकारी गवाह की हत्या हुई
जिस प्रकार की यह घटना थी उसका पुरे देश में लाइव प्रसारण हुआ। दिनदहाड़े एक सरकारी गवाह की हत्या हुई। ऐसी गवाह जिसे यूपी पुलिस ने सुरक्षा दे रखी थी। दो दो पुलिसकर्मी हत्यारों के साथ उसकी सुरक्षा करने में लगाए गए थे। इसलिए गेंग ने प्लान के साथ तीनों की हत्या कर दी। इसके साथ बहुत ही पुअर होता है अगर हमने जल्दी जल्दी से जल्दी ठीक कर के दायरे में नहीं लाते। हम चाह रहे थे कि उन्हें जल्द से जल्द कानून के दायरे में लाया जाए वरना जितनी भी कार्रवाई की है उसका असर पब्लिक के मोराल पर होना चाहिए। वो डायल्यूट हो जायेगा।
यह सभी ग्रुप किसी एक ठिकाने पर थोड़ी देर के लिए रुकते थे
एडीजी ने कहा की 'हमारे पास ह्यूमन और टेक्निकल दोनों के इनपुट थे। लगातार हम कोशिश कर रहे थे कि इस गेंग को पकड़ा जाए। इसके सभी सदस्यों को पकड़ा जाए असद और गुलाम के बारे में जब भी जानकारी मिलती थी उनके साथ होने की मिलती थी। हमें यह भी जानकारी मिलती थी कि इनके पास विशेष हथियार है जो लगातार उनके पास थे। एडीजी ने कहा कि कई बार ऐसा हुआ था कि जहां वो ठहरते थे। वहां हम पहुंचते लेकिन तब तक वहां से निकल जाते थे। यह सभी ग्रुप किसी एक ठिकाने पर थोड़ी देर के लिए रुकते थे फिर दूसरी जगह चले जाते हैं। इसी तरह से किस तरीके से लगातार पुलिस से बच रहे थे। इनका कोर्ट में सरेंडर करने और कानून के दायरे में लाने का कोई भी वादा नहीं था ऐसा होता है। कोर्ट में सरेंडर कर चुके होते हमारे लिए चुनौती थी अगर इस तरह की घटना में पुलिस एक्शन ना हो तो पब्लिक का विश्वास खो देते हैं।