इस लड़की ने किया सबसे कम उम्र में आईएएस बनने का रिकॉर्ड अपने नाम

यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास करना कोई बच्चों का खेल नहीं है। इसका पास करने में बहुत समय दोनों को पूरी जवानी निकल जाती है। इसके बावजूद उनमें से कई उम्मीदवार इस परीक्षा को पास नहीं कर पाते है। हालांकि बहुत से उम्मीदवार ऐसे भी होते हैं जो बहुत कम और कम उम्र में ही इस परीक्षा को पास कर ऑफिसर का पद हासिल कर लेते आज हमें ऐसी ही एक उम्मीदवार की बात करेंगे जिन्होंने बहुत ही कम उम्र में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली थी और और इंडिया टॉपर्स की लिस्ट में अपनी जगह बनाई थी ।
यूपीएससी टॉपर होने के साथ-साथ स्मिता सभरवाल बोर्ड परीक्षा के टॉपर भी रह चुकी है
हम बात कर रहे हैं आईएएस ऑफिसर स्मिता सभरवाल की जो देश भर में सबसे कम उम्र में इस परीक्षा को पास करने वालों में से एक है। स्मिता एक आईएएस अधिकारी के रूप में सराहनीय काम के लिए जानी जाती है। स्मिता ने केवल 22 साल की उम्र में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा कर ली थी इसके अलावा बता दें यूपीएससी टॉपर होने के साथ-साथ स्मिता सभरवाल बोर्ड परीक्षा के टॉपर भी रह चुकी है। स्मिता ने 2000 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास की थी इस परीक्षा में उन्होंने ऑल इंडिया 4रैंक हासिल की थी। यह रेंक उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में हासिल की थी हालांकि पहले प्रयास में वह प्रीलिम्स परीक्षा तक भी क्वालीफाई नहीं कर पाई थी।
सिविल परीक्षा के लिए रोजाना 6 घंटे पढ़ाई करती थी
आपको बता दें स्मिता मूल रूप से दार्जिलिंग की रहने वाली है लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई हैदराबाद से की है। उन्होंने सेंट एन्स, मेरेडपल्ली, हैदराबाद में कक्षा 9वीं से स्कूली शिक्षा प्राप्त की है ऑल इंडिया बोर्ड टॉपर भी रह चुकी है उन्होंने अपनी कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में ऑल इंडिया पहली रैंक हासिल की थी उन्होंने अपनी कक्षा की 12वीं बोर्ड की परीक्षा में ऑल इंडिया पहली रैंक हासिल की थी इसके बाद उन्होंने आगे सेंट फ्रांसिस डिग्री कॉलेज फॉर वूमेन से बी.कॉम की डिग्री हासिल की. वह खुद को 'आर्मी ब्रैट' कहती हैं क्योंकि उनके पिता कर्नल पीके दास एक सेवानिवृत्त अधिकारी हैं स्मिता कहती है कि वे यूपीएससी सिविल परीक्षा के लिए रोजाना 6 घंटे पढ़ाई करती थी। इसके अलावा पढ़ाई के दबाव को दूर करने के लिए वह कुछ को एक्टिविटी में भी शामिल हो जाया करती थी।