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इन लोगो ने बिजेनस करने के लिए छोड़ दी आईएएस ,कमिश्नर की नौकरी ,अब कमा रहे है करोड़ो रूपये

 

सरकारी नौकरी किसे पसंद नहीं होती है। टाइम से ऑफिस जाना जाना ,अच्छी सैलेरी , रिटायरमेंट के लिए पेंशन और सबसे बड़ी बात नौकरी ना जाने का खतरा है। यही वजह है कि लोग सरकारी नौकरी के लिए तरसते हैं।  लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो अपने जुनून को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार होते हैं। जूनून भी ऐसा कि लोग आईएएस की नौकरी छोड़ने से परहेज नहीं करते। हम आपको ऐसे ही कुछ आईएएस अधिकारियों से मिलवा रहे हैं जिन्होंने अपने मकानों के सरकारी नौकरी छोड़कर अपना खुद का कारोबार शुरू किया । 

रोमन सैनी 

रोमन सैनी पहले डॉक्टर बने ,एम्स मेडिकल की कठिन परीक्षा पास की। एमबीबीएस की डिग्री हासिल की। 6 महीने प्रेक्टिस करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। पहले ही प्रयास में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईएएस अधिकारी बन गई। साल 2014 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की  डिप्टी कलेक्टर बन गए।  रोमन को यह सरकारी नौकरी रास नहीं आई और 2 साल बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सरकारी कंपनी छोड़ कर उन्होंने एडुटेक कंपनी अनएकेडमी शुरुआत की है। 

प्रवेश शर्मा 

1982 बैच के मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी प्रवेश शर्मा ने 34 साल तक सरकारी नौकरी करने के बाद नौकरी छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने साल 2016 में रिटायरमेंट ले ली। आप हैरान हो गए की आईएस नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने ऑनलाइन फल और सब्जियां बेचने का अपना कारोबार 'सब्जीवाला' की शुरुआत की। 34  साल नौकरी करने के बाद उन्होंने स्टार्टअप शुरू किया। सब्जी वाला एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां किसान से सीधा  फल और सब्जी सीधे कस्टमर तक पहुंचाया जाता है। लोगों ने सुना  तो कहा की  सरकारी नौकरी छोड़कर सब्जी बेच रहे हैं लेकिन वह आज करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। 

राजन सिंह 

 पहले आईआईटी और फिर यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद राजन सिंह तिरुवंतपुरम के पुलिस कमिश्नर बने।  8 सालों तक उन्होंने इस पद पर काम किया। बाद में अपना काम शुरू करने का फैसला किया शुरुआत से ही उनका झुकाव पढ़ाई लिखाई में था इसलिए साल 2016 में उन्होंने  ऑनलाइन कोचिंग क्लास ConceptOwl की शुरुआत की। राजा ने एक इंटरव्यू में कहा कि मैं कई बिजनेसमैन से मिला सबमें एक ही चीज कॉमन थी कि वह लोग जोखिम लेना जानते थे।    बस यही वजह थी कि जो मुझे नौकरी छोड़कर अपना कारोबार करने की हिम्मत देता है। 

संजय गुप्ता​


संजय गुप्ता 1985 बैच के IAS अधिकारी है। उन्होंने 22 साल की उम्र में यूपीएससी, सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। साल 2002 में उन्होंने स्वैच्छिक रूप से रिटायरमेंट ले लिया। पहले उन्होंने अडानी समूह में सीईओ के तौर पर काम किया और फिर अपना काम शुरू किया। उन्होंने अपनी खुद की लग्जरी होटल चेन कॉम्बो लॉन्च किया। संजय गुप्ता की इस वक्त दर्जनों कंपनियां बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। 2011 में उन्हें गुजरात के पहले मेट्रो रेल के निर्माण के लिए चुना गया था।