राम मंदिर का काम पहुंच गया यहां तक ,तस्वीरें देख भक्त हुए उत्शुक

अयोध्या निर्माण राम मंदिर की नई तस्वीरें चंपत राय ने अपने ट्विटर के जरिए शेयर की है जिसकी काफी चर्चा हो रही है। उन्होंने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा , भरोसो राम राम "राम भरोसो राम बल, राम नाम बिस्वास" अयोध्या में करोड़ों राम भक्तों का सपना साकार हो रहा है। भगवान राम का भव्य मंदिर आकार ले रहा है।
जनवरी 2023 में भगवान राम ने मंदिर में विराजमान हो जाएंगे
मंदिर निर्माण को लेकर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय मंदिर निर्माण की प्रगति एवं सोशल मीडिया पर जारी करते हैं जिसे देखकर आप भक्तों का उत्साह बढ़ता है। तस्वीरों के अनुसार भव्य मंदिर तेजी से आकार ले रहा है। दिसंबर 2023 में भगवान राम के मंदिर का कार्य पूरा हो जाएगा और जनवरी 2023 में भगवान राम ने मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। मंदिर निर्माण को लेकर इन दिनों तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां युद्ध स्तर पर कर रहा है।
देश के ख्याति प्राप्त मूर्तिकारों ने कर्नाटक से श्यामल रंग के पत्थर पर मोहर लगाई
वहीं दूसरी तरफ रामलला की मूर्ति के लिए भी पत्थरो की तलाशी का कार्य शुरू हो चुका है। वैसे भी अयोध्या में बन रहे भव्य निर्माण मंदिर में रामलीला की प्रतिमा को लेकर कई जगह से पत्थर लाए गए थे । लेकिन देश के ख्याति प्राप्त मूर्तिकारों ने कर्नाटक से श्यामल रंग के पत्थर पर मोहर लगाई। हालांकि इन दिनों रामलला की प्रतिमा को लेकर अयोध्या कार्यशाला रामसेवक पुरम में पत्थरों की कटाई की जा रही है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महा सचिव चंपत राय आए दिन राम भक्तों के मंदिर निर्माण की प्रगति से रूबरू कराते हैं। इसी कड़ी में आज उन्होंने ट्वीट करके मंदिर के निर्माण की तस्वीरें शेयर की और लिखा "राम भरोसो राम बल, राम नाम बिस्वास. सुमिरत सुभ मंगल कुसल, मांगत तुलसीदास."वैसे तो राम मंदिर में 32 सीढ़ी ऊपर चढ़कर भगवान राम लला का दर्शन राम भक्त कर पाएंगे। इसके लिए तीन मंडप से होकर उन्हें गर्भगृह तक जाना पड़ेगा। हालांकि, गर्भगृह के पहले द्वार बनाए गए हैं, जिस पर बंसी पहाड़पुर के व्हाइट मार्बल का प्रयोग किया गया है। पत्थर के विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि व्हाइट मार्बल 100 वर्षों तक वैसे का वैसे बना रहेगा।