सरकार के नियम का दिखने लगा मई के महीने में असर ,होने लगी सड़को पर पुरानी गाड़ियां जप्त

अप्रैल महीना खत्म होने के बाद कई नए लागू नियम किए गए हैं और जिनका असर अब सड़को पर भी दिखने लगा है मई के महीने के पहले सप्ताह से वाहन चालकों के लिए नए नियम कठोरता से लागू किए जा रहे हैं। अगर आप दो पहिया वाहन या चार पहिया वाहन को लेकर सड़क पर निकल रहे हैं तो इन नियमों की अनदेखी न करें। चालान कटने के साथ-साथ आपकी गाड़ी भी जप्त की जा सकती है। भारत में स्क्रैप नीति को लागू किया गया जिसमे सरकारी गाड़ियां जो15 सालसाल से ऊपर का समय सड़कों पर व्यतीत कर चुकी हैं उन्हें सड़कों से हटाया जा रहा है।
यथा संभव इलेक्ट्रिक गाड़ियों से रिप्लेसमेंट किया जाएगा
कई राज्य सरकारों ने गाड़ियों की लिस्ट तैयार कर ली है जिन्हें हटाने की कार्रवाई शुरू की जा रही है। तैयारी के रूप में 10 साल के उम्र वाले वाहनों तथा 15 साल से 20 साल के साथ साथ 20 साल से ऊपर हो चुके वाहनों के अलग-अलग लिस्ट तैयार कर रही है। अब इस पुराने वाहनों को जगह पर नए वाहन तैनात किए जाएंगे तथा यथा संभव इलेक्ट्रिक गाड़ियों से रिप्लेसमेंट किया जाएगा। अपना समय पूरा कर चुकी गाड़ी स्क्रैप सेंटर भेजी जाएंगी जहां ने पूर्ण रूप से स्क्रैप कर दिया जाएगा।
इस नियम का कठोरता से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में लागू किया गया है
आम लोगों के लिए बड़ा परेशानी का सबब बन चुका है। सड़कों पर चल रही पुरानी गाड़ियां को ट्रैफिक पुलिस और रोको -टोको अभियान के तहत पुरानी गाड़ियां रोक सकती है और जुर्माना या गाड़ी जप्त कर सकती है इस नियम का कठोरता से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में लागू किया गया है। वहीं देश के अन्य राज्यों में भी कार्यवाही जल्दी शुरू कर दी जाएगी। कर्मिशयल गाड़ियां है जो अपनी सड़कों पर 10 साल से ज्यादा पार कर चुके हैं। प्राइवेट डीजल गाड़ियां जो सड़कों पर 10 साल का उम्र पार कर चुकी है ,प्राइवेट पेट्रोल गाड़ी है जो सड़कों पर 15 साल की उम्र पार कर चुकी है। अगर आप भी ऐसे वाहनों के मालिक हैं तो आपको ध्यान रखने की जरूरत है अन्यथा आपकी भी गाड़ी का चालान कट जा सकता है और जप्त कर के स्क्रेप सेंटर भी आ सकता है।