Success Story : पिता का बचपन में उठ गया था सर से साया ,माँ ने दूध बेचकर बेटे को बनाया आईएएस

एक कहावत बहुत प्रचलित है कि 'सफल लोग कहीं से और से नहीं आते ,हमारे बीच से ही आते हैं। और कड़ी मेहनत के साथ कुछ अलग करने की कोशिश करते हैं। इसी कड़ी में मेहनत और कोशिश की बदौलत कि बिहार के मुजफ्फर जिले के रहने वाले विशाल कुमार ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा2021 को क्रेक कर एक मिसाल कायम कर डाली। उनकी सफलता की कहानी इतनी खास है कि आप भी उनकी इस कहानी को पढ़कर उन पर गर्व करेंगे। विशाल काफी गरीब परिवार से आते हैं विशाल बिहार के मुजफ्फरपुर के मकसूदपुर गांव के रहने वाले हैं। विशाल के पिता स्वर्गीय बिकाउ प्रसादप्रसाद एक मजदूर थे। मजदूरी करके अपने घर को चलाया करते थे हालांकि विशाल के पिता की मृत्यु 2008 में हो गई जिसके बाद उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
मां रीना देवी ने परिवार की जिम्मेदारी उठाई
विशाल की सर से पिता का साया उठ जाने के बाद मां रीना देवी ने परिवार की जिम्मेदारी उठाई । उन्होंने बकरी और भैंस का दूध बेचकर परिवार का पालन पोषण किया। पिता की मृत्यु के समय विशाल काफी छोटे थे। उस समय में स्कूल में पढ़ा करते थे विशाल की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने साल 2011 में कक्षा दसवीं की परीक्षा दी थी उसमें टॉप किया। उसके बाद उन्होंने कक्षा 12वीं की पढ़ाई पूरी कर साल 2013 में आईआईटी कानपुर कानपुर में एडमिशन ले लिया। साल 2017 में आई आई टी भी पास कर डाली आईआईटी पास कर विशाल ने घर के आर्थिक हालातों को ठीक करने और मां की मदद करने के लिए जॉब करने का फैसला लिया. विशाल की जॉब रिलायंस कंपनी में लगी, जहां उन्होंने करीब एक साल काम किया।
सिविल सेवा परीक्षा 2021 पास कर डाली इसमें उन्होंने 484 रैंक हासिल की
जॉब के दौरान विशाल ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का निर्णय लिया। यूपीएससी की तैयारी करने के लिए विशाल को कोचिंग ज्वाइन करने की सोची लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह कोचिंग की फीस भर सके। विशाल की आर्थिक स्थिति और उनकी लगन को देखते हुए उनके टीचर गौरी शंकर जी ने विशाल की कोचिंग की फीस के अलावा उनके घर में रहने की जगह दी ताकि घर में रहकर वो यूपीएससी की तैयारी कर सके। टीचर द्वारा इतनी मदद किए जाने पर विशाल ने भी परीक्षा पास करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया और अपनी इस कड़ी मेहनत की गाड़ी विशाल ने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2021 पास कर डाली इसमें उन्होंने 484 रैंक हासिल की। विशाल ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीचर गौरी शंकर को दिया क्योंकि साल का मानना है कि अगर गोरी शंकर जी ने उनकी मदद न की होती तो शायद आज भी इस परीक्षा में सफल ना होते हैं।