गर्मियों में बढ़ सकती है बिजली की कटौती ,अप्रैल में इतनी बिजली मांग बढ़ा सकती है लोगो की मुसीबत

इस साल गर्मी में लोगों को भारी बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि देश के कुछ हिस्सों में तापमान फरवरी महीने में 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। हाई टेंपरेचर के कारण हाल के हफ्तों में बिजली की मांग लगभग रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। गर्मी के दबाव ने देश में बिजली आपूर्ति को लेकर चिंता भी बढ़ा दी है। पावर स्टेशनों को पहले ही गर्मी के मौसम में ब्लैक आउट से बचने और घरेलू कोयले की आपूर्ति पर दबाव घटाने के लिए इंपोर्टेंट कोयले का उपयोग करके अगले तीन महीनों तक पूरी क्षमता से बिजली आपूर्ति करने के आदेश दिए गए हैं ।
तब गर्मी 122 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया था
जनवरी में बिजली की डिमांड 221 गीगा वाट पर पहुंच गई थी जो पिछली गर्मियों में आल टाइम हाई के करीब थी । पिछले साल कोरोना महामारी आने के बाद प्रतिबंधों को हटाने के बाद हेवी इंडस्ट्री फिर से शुरू हुई थी और देश की जनता ने भीषण परिस्थितियों का सामना किया था। तब गर्मी 122 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। भारत के ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार इस साल अप्रैल में बिजली की मांग 229 गीगावाट तक पहुंच सकती है। वहीं पिछले सप्ताह कुछ क्षेत्रों में टेंपरेचर नॉरमल से 11 डिग्री ऊपर रहा। भारतीय मौसम विभाग विज्ञान विभाग ने किसानों को गर्मी के चलते गेहूं और अन्य फसलों की जांच करने की सलाह दी है। गर्म मौसम की असामान्य शुरुआत से पूर्व अनुमान है कि सिंचाई पंपों एयर कंडीशनर की जोरदार बिक्री के कारण बिजली में की खपत बढ़ेगी यह चिंता को बढ़ावा दे रहा है कि लगातार दो वर्षों के व्यवधान के बाद देश का उर्जा नेटवर्क नए दबाव में आ जाएगा।
बिजली की मांग पिछली गर्मियों की तुलना में 20 से 30% बढ़ सकती है।
राजस्थान के उत्तरी राज्य में बिजली मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा है कि जिस तरह से तापमान बढ़ रहा है फरवरी में सामान्य स्थिति हमारे लिए चिंता का विषय बनी हुई है यहां पहले से ही घर और किसानों को बिजली की आपूर्ति की जा रही है। बिजली की मांग पिछली गर्मियों की तुलना में 20 से 30% बढ़ सकती है। बिजली आपूर्ति में कटौती के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। वहीं भारत में 70 परसेंट से अधिक बिजली कोयले से बनती है बिजली स्टेशनों पर कोयले का भंडार वर्तमान में में 45 मिलियन केतन के टारगेट से काफी नीचे है। इसे सरकार ने मार्च के आखिर तक पूरा करने को कहा है। उड़ीसा के उर्जा मंत्री प्रताप केसरी देव ने कहा है गर्मियों में भारत की बिजली की जरूरतों को पूरा करने की क्षमता भी काफी हद तक पर्याप्त कोयले का खनन और परिवहन सुनिश्चित करने के प्रयासों से तय होगी।