पीएम मोदी ने किया संसद भवन का औचक निरीक्षण ,मिले इंजीनियरों से भी

पीएम मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ संसद के दोनों सदनों में आने वाले विभागों की ओर सुख-सुविधाओं का अवलोकन किया । इसके अलावा इसके निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों के साथ बातचीत की। यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी परिसर के निर्माण की समीक्षा के लिए औचक निरीक्षण पर गए हो। नई संसद के निर्माण की वजह पुराने हो चुके संसद भवन में पर्याप्त जगह ना होना है। सेंट्रल विस्टा की वेबसाइट के अनुसार ,1971 की जनगणना के आधार पर किए गए परिसीमन के आधार पर लोकसभा सीटों की संख्या 545 बनी हुई है 2026 के बाद इसमें काफी वृद्धि होने की संभावना है क्योंकि सीटों की कुल संख्या पर रोक केवल 2026 तक है। बैठने की व्यवस्था और आवाजाही के लिए सीमित जगह होने के कारण इस को बढ़ाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नई दिल्ली में कार्यक्रम नई संसद भवन की आधारशिला रखी थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को नई दिल्ली में कार्यक्रम नई संसद भवन की आधारशिला रखी थी जिसमें कई राजनीतिक दल के नेताओं के कई देशों ने भाग लिया। नई संसद का क्षेत्रफल 64500 वर्ग मीटर होगा।नए संसद भवन में कर्मा से 770 सीटें और 384 सीटों की क्षमता वाली बड़ी लोकसभा और राज्यसभा हॉल होंगे। संयुक्त राज्य की संयुक्त सत्र की मेजबानी के लिए लोक सभा हॉल में 1140 सीटों तक की अतिरिक्त क्षमता भी होगी। नई संसद भवन वर्तमान संसद भवन के साथ मिलकर काम करेगा। इसका डिजाइन वर्तमान संसद भवन और सेंट्रल विस्टा की अन्य ऐतिहासिक इमारतों से प्रेरणा लेता है।
अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी को शामिल किया जाएगा
यह भारत की शास्त्रीय, लोक और जनजातीय कला और शिल्प को भी प्रतिबिंबित करेगा। नए संसद भवन में बड़े आकार नेशनल एंब्लेम भी लगाया गया है। समिति कक्ष संसदीय कार्य मंत्रालय की प्रमुख कार्यालय लोक सभा सचिवालय और राज्यसभा सचिवालय जैसी आवश्यक सुविधाओं के साथ भवन में सार्वजनिक रूप से सुलभ संग्रहालय श्रेणी की दीर्घाएं और प्रदर्शनियां भी शामिल होंगी। यह भारतीय शास्त्रीय लोग और जनजातीय कला और शिल्प को भी प्रदर्शित करेगा।डिबेटिंग हॉल में फर्नीचर में सहज और ग्राफिकल इंटरफेस के साथ मतदान में आसानी के लिए स्मार्ट डिस्प्ले और बायोमेट्रिक्स शामिल हैं। इस दौरान PM मोदी ने नए संसद भवन में डिजिटल वर्क को भी परखा. बता दें कि नए संसद भवन के डिजाइन में संसद के कार्यों में सहायता के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी को शामिल किया जाएगा।