इस त्यौहार के दिन पुरुष सजते है महिलाओ की तरह ,देखकर पहचानना है मुश्किल

फिल्मों में जब कोई एक्टर महिला का रूप लेकर स्क्रीन पर आता है तो लोग उस पर हंसते हैं। फिर क्या आप जानते हैं कि भारत में एक खास त्यौहार मनाया जाता है जिसमें पुरुष औरतों की तरह तैयार होते हैं। उनके ऊपर ना ही कोई हंसता है ना ही कोई मजाक बनाता है। बल्कि उनकी आस्था और भगवान में विश्वास का अनोखा नजारा है। जिसे देखने लोग दूर-दूर से आते हैं।
आईआरएएस अफसर की अनंत रूपंगूड़ी ट्विटर पर काफी एक्टिव रहते हैं
हम बात कर रहे हैं केरल के चमयाविलक्कु को त्यौहार की। आईआरएएस अफसर की अनंत रूपंगूड़ी ट्विटर पर काफी एक्टिव रहते हैं। हाल ही में उन्होंने एक फोटो शेयर की है जिसमें एक महिला साड़ी पहने हुए नजर आ रही है। महिला दिखने में काफी खूबसूरत लग रही है दरअसल इस तस्वीर की सच्चाई दूसरी है। दरअसल तस्वीर में दिख रहा इंसान महिला नहीं पुरुष है।
The Devi Temple in Kottamkulakara in Kollam district in Kerala has a tradition called the Chamayavilakku festival.
— Ananth Rupanagudi (@Ananth_IRAS) March 27, 2023
This festival is celebrated by men who are dressed as women. The above picture is that of the man who won the first prize for the make up In the contest. #festival pic.twitter.com/ow6lAREahD
The Devi Temple in Kottamkulakara in Kollam district in Kerala has a tradition called the Chamayavilakku festival.
— Ananth Rupanagudi (@Ananth_IRAS) March 27, 2023
This festival is celebrated by men who are dressed as women. The above picture is that of the man who won the first prize for the make up In the contest. #festival pic.twitter.com/ow6lAREahD
फोटो को शेयर करते हुए अनंत ने लिखा ,केरल के कॉलम जिले के कोटटमकुलकरा इलाके में एक देवी मंदिर है जिसे चमयाविलक्कु त्यौहार मनाया जाता है। इस त्यौहार में पुरुष औरतों की तरह तैयार होते हैं। यह तस्वीर उस पुरुष की है जिसने पहला पुरस्कार त्यौहार के दिन पहला पुरस्कार मिला है। एक रिपोर्ट के अनुसार केरल टूरिज्म वेबसाइट के अनुसार इस त्यौहार को रोशनी का उत्साह माना जाता है। इसे मलयालम महीने मिनम के दसवें और ग्यारहवें दिन मनाया जाता है। यानी मार्च के दूसरे भाग में त्यौहार में पुरुष और पुरुष महिलाओं की तरह सजते हैं फिरमसअल या दिया लेकर चलते हैं। वह साड़ी पहनते हैं और मेकअप भी करते है इस त्यौहार के दिन समलैंगिक लोग भी इसका हिस्सा बनते हैं क्योंकि यही एक त्यौहार है जिसमें वह खुलकर अपने सच को अपना सकते हैं।