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OMG :ये सड़क बनी है ऊँची -ऊँची चट्टानों के बीच ,देखकर लोग हो गए स्की खूबसूरती में मंत्रमुग्ध

 

इंडोनेशिया में बाली  दुनिया भर में सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। अपने हिंदू मंदिरों ,समुद्र  तटों, झरनो  के लिए जाना जाने वाला यह स्थान पर्यटकों के लिए एक वास्तविक आनंद है।  बाली  की लोकप्रियता के बीच इंडोनेशिया प्रांत की एक सड़क सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। दक्षिण कुटा के बडुंग में  पांडव व समुद्र तट की ओर से जाने वाली यह सड़क एक चट्टान के बीच से बनी और इसके दोनों और ऊँची  दीवारें हैं। यह सड़क 300 मीटर लंबी है और इसके दोनों और 40 मीटर ऊंची चट्टान की चूना पत्थर की दीवारें है । 

रिपोर्ट्स के मौत अभी की सड़क को बनने में 2 साल लग गए। वायरल वीडियो में बहुत सारे पर्यटकों को बैकग्राउंड में समुद्र तट और नीले समुद्र के साथ तस्वीरें क्लिक करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो वायरल होने के बाद से पर्यटकों  को की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। यहां बताया गया है कि सड़क के वायरल वीडियो पर लोगों ने कैसे प्रतिक्रिया दी है। 

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OMG :ये सड़क बनी है ऊँची -ऊँची चट्टानों के बीच ,देखकर लोग हो गए स्की खूबसूरती में मंत्रमुग्ध  
 एक यूजर ने लिखा , मैंने इससे पहले कभी कुछ शानदार नहीं देखा ,एक यूजर  ने कमेंट किया ,यह सड़क अद्भुत है।  तीसरे ने पोस्ट किया ,पहली नजर में अविश्वसनीय #Superb sho , चौथी ने पूछा ,क्या यह असली समुद्र तट पर है। सड़क के बारे में बताते हुए एक शख्स ने ट्वीट किया की बाली इंडोनेशिया  पांडव बीच रोड व्यू प्वाइंटको 2011 में पांडवा बीच  तक पहुंच में सुधार के लिए एक परियोजना की स्थिति के रूप में बनाया गया था।  समुद्र तट पहले चट्टान के पीछे छिपा हुआ था और केवल एक शख्स  द्वारा ही यहां तक पहुंचा जा सकता था। इस परियोजना में चट्टान के बीच से एक सड़क काटना और रास्ते में दृश्य बिंदुओं की एक श्रृंखला बनाना शामिल था। दृश्य बिंदुओं को समुद्र से थोड़ा आसपास की चट्टानों के शानदार दृश्य पेश करने के लिए डिजाइन किया गया था।  उन्हें स्थानीय परिदृश्य  में न्यूनतम प्रभाव के साथ पर्यावरण के अनुकूल भी डिजाइन किया गया था। दृश्य बिंदु प्राकृतिक सामग्रियों  से बने होते  है और  चट्टान के ऊपर बने होने की वजह चट्टान की सतह पर बनाए जाते हैं। इस परियोजना को इंडोनेशिया सरकार की ओर से कई निजी निवेश को द्वारा वित्त पोषित किया गया था कुल मिलाकर निर्माण काम पूरा होने में 2 साल लग गए।