OMG :पाकिस्तान में रमजान के महीने में निम्बू हुए 800 रूपये किलो ,यहां जाने क्यों है ऐसी हालत

पाकिस्तान की आर्थिक सेहत सुधरने का नाम नहीं ले रहे। पाक के हालात पूरी दुनिया के सामने है। इसी बीच पाकिस्तान के लिए एक नई और मुसीबत सामने आई है। पाक के लोगों को भयंकर महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। महंगाई ने अब तक सभी रिकॉर्ड तोड़ दिया। दरअसल पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो ने ताजा आंकड़े जारी किये है।
इससे पहले मार्च 2022 में मुद्रास्फीति 12.27 फीसदी थी
बताया गया है कि मुद्रा स्फीति मार्च में 35.37 फ़ीसदी पर पहुंच गई है। यह मार्च में अब तक की सबसे ज्यादा मुद्रा स्फीति दर है।आरिफ हबीब कॉर्पोरेशन के मुताबिक जुलाई 1965 के बाद मार्च में सबसे ज्यादा मुद्रास्फीति रिकॉर्ड की गई है । इससे पहले मार्च 2022 में मुद्रास्फीति 12.27 फीसदी थी। पीबीएस की ओर से जारी ताजा डेटा के मुताबिक शहरी इलाकों में महंगाई 32 पॉइंट 97 फ़ीसदी और 38 पॉइंट 88 फ़ीसदी हो गई है। वहीं एसपीआई की ओर से पिछले हफ्ते मापी गई मुद्रास्फीति की दर रिकॉर्ड 46 पॉइंट 65 फ़ीसदी हो गई है जबकि मासिक मुद्रास्फीति फरवरी में 3 पॉइंट 16 फ़ीसदी पहुंच गई है जो 6 दशकों में सबसे ज्यादा है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नींबू ₹800 किलो बिक रहा है
एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में पिछले कई महीने से जरूरी चीजों के दाम लगातार बढ़ने लगे हैं। सालाना मुद्रास्फीति पिछले साल जून से 20 फ़ीसदी ज़्यादा है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी अपने मासिक मासिक आउटलुक ने कहा कि महंगाई आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है। इसके पीछे का कारण ऊर्जा और ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी और केंद्रीय बैंक की नीतियों को माना जा रहा है। इतना ही नहीं पाक वित्त मंत्रालय ने यह भी माना कि नीतियों के बावजूद मुद्रास्फीति उम्मीद के मुताबिक कम नहीं हो रही है। महंगाई की हालत रमजान के महीने भी है। पाकिस्तान के लोग पवित्र महीने में फल और आटा नहीं खरीद पा रहे हैं एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नींबू ₹800 किलो बिक रहा है।