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OMG :महाराष्ट्र में आई फ्लू ने मचा दिया कोहराम ,आये अब तक के सबसे ज्यादा केस ,यहां जाने क्या है इसका कारन

 

मानसून  के दौरान  कंजंक्टिवाइटिस  सबसे आम संक्रमण में से एक है। hrसाल मानसून शुरू होते हैं  आंखों में इफेक्शन, कंजंक्टिवाइटिस शिकायतें बढ़ जाती है इस बार भी पूरे भारत में आईफ्लू के मामले काफी तेजी से बढ़े  हैं। यह बीमारी बहुत ज्यादा संक्रामक ह।  ये काफी दर्दनाक है।   महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों  आई फ्लू उसे पीड़ित मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी  और महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग में घोषणा की है कि 9 अगस्त तक महाराष्ट्र में कंजेक्टिवाइटिस वायरस की साहड़े तीन लाख मरीज मिले हैं। 

साढे तीन लाख लोग कंजेक्टिवाइटिस वायरल यानी आई फ्लू की चपेट में आ चुके हैं

महाराष्ट्र में करीब साढे तीन लाख लोग कंजेक्टिवाइटिस वायरल यानी आई फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। सबसे ज्यादा मरीजों की बाढ़ बुलढाणा जिले में आई। बुलढाणा में सबसे ज्यादा जमाने से 44398  मामले हैं।  पुणे में कंजंक्टिवाइटिस के मरीजों की संख्या 28042 तक रिपोर्ट की गई है। इसके साथ ही जलगांव में 22417, नांदेड़ में 18996, चंद्रपुर में 15348, अमरावती में कंजंक्टिवाइटिस के 14738 मामले सामने आए हैं। 

 मुंबई के कंजेक्टिवाइटिस  के 2862 मरीज मिले हैं। बीएमसी द्वारा संचालित  नायर अस्पताल की डॉक्टर नैना पोद्दार बताती है कि हर साल की तुलना में इस बार मरीजों की संख्या बढ़त है  और सबसे ज्यादा युवाइसके शिकार लोग अनजाने में संक्रमण बहुत फैला रहे हैं आँख छूकर इधर उधर छूना। इससे आई फ्लू  जल्दी फैलता है। इस फ्लू के  इन्फेक्शन की वजह है एडिनोवायरस। हालाँकि एक्सपर्ट्स का कहना है की आंखों पर अटैक करने वाला यह वायरस  ज्यादा खतरनाक नहीं है । डेढ़ से दो हफ्ते में वायरस का असर खत्म हो जाता है वैसे इस वायरस पर  शोध जारी हैइस बार संक्रमण अधिक फैलने का कारण वायरस का कोई नया स्ट्रेन तो नहीं है।