जियो ने इतने करोड़ में लिया मिमोसा का टेकओवर ,मिमोसा नेटवर्क है वाईफाई 5 और नई-वाईफाई 6E तकनीकों से लेस

नैस्डैक-लिस्टेड एयरस्पैन परनेटवर्क्स और जियो प्लेटफॉर्म्स की सब्सिडियरी कंपनी रेडिसिस कॉरपोरेशन एक बड़ा एग्रीमेंट साइन किया है। एग्रीमेंट के तहत रैडिसिस डेट-फ्री, कैश-फ्री बेसिस मिमोसा नेटवर्क्स को 60 मिलियन डॉलर में अधिग्रहित करेगी।
इसके 2023 की तीसरी तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है
एयरस्पैन ने कॉस्ट इफेक्टिव फिक्स्ड वॉयरलैस एक्सेस नेटवर्क कनेक्शन को टारगेट करने के लिए 2018 में मिमोसा नेटवर्क को अधिग्रहित किया था। मिमोसा का जियो प्लेटफार्म के साथ ट्रांजैक्शन रेगुलेरिटी की शर्तों के अधीन है। इसके 2023 की तीसरी तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।
प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में WiFi 5 और नई WiFi 6E तकनीक
मिमोसा नेटवर्क्स के पास वाईफाई 5 और नई-वाईफाई 6E तकनीकों पर आधारित पॉइंट टु पॉइंट और पॉइंट-टू-मल्टी-पॉइंट प्रोडक्ट का पोर्टफोलियो है। इसके साथ ही ऑन एंटेना, PoE इंजेक्टर जैसी इससे जुड़ी सेसरीज है जियो मिमोसा के प्रमुख ग्राहकों में से एक रहा है।रेडिसिस इसके अधिग्रहण के बाद भी मिमोसा के प्रोडक्ट डेवलपमेंट मैन्युफैक्चरिंग और 56 कर्मचारियों की सेल्स टीम इमोशन के साथ जुड़ी रहेगी। जियो के प्रेसिडेंट मैथ्यू ओमन ने कहा, 'मिमोसा का अधिग्रहण टेलीकॉम नेटवर्क प्रोडक्ट्स के प्रोडक्शन में जियो के इनोवेशन और लीडरशिप को और तेज करेगा। इससे कंज्यूमर को कॉस्ट-इफेक्टिव, रैपिडली डिप्लॉयबल फिक्स्ड और मोबाइल ब्रॉडबैंड मिलेगा।' जिओ ने अगस्त 2022 में अपने 5G फिक्स्ड वॉयरलैस एक्सेस सॉल्यूशन को अनवील किया था। इसे जिओ एयर फाइबर कहा जाता है। इसके जरिए कंपनी 100 मिलियन घरो को टारगेट कर रही है। हालांकि, ये सॉल्यूशन अभी तक कॉमर्शियली अवेलेबल नहीं है। दूसरी रैंकिंग वाली भारती एयरटेल की भी देश में ग्राहकों को 5जी FWA सर्विस देने का प्लान है।