किसानों को बिमा कम्पनी में क्लेम के नाम पर मिल रहा है धोखा ,शिकायत सुनने के लिए नहीं उठा रहे है कम्पनी के फ़ोन

बाड़मेर जिले में बेमौसम की बारिश हो रावटी से रसिया ओलावृष्टि से रबी की फसलों में खराबा हुआ है। उसे जिले भर के हजारों किसान प्रभावित हुए। पीएम फसल योजना के तहत जिला परिषद और सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी करके किसानों को 72 घंटे में खराबी की सूचना दर्ज करवाने के निर्देश जारी किए हैं। लेकिन हेल्पलाइन नंबर पर कॉल ही नहीं लग रहा है और ना ही कंपनी के प्रतिनिधि किसानों को कोई जवाब दे रहे हैं ऐसे में किसानों को फसल खराबे की सूचना कंपनी के पास नहीं पहुंच रही है और कंपनी के प्रतिनिधि भी शिकायत सुनने के लिए तैयार नहीं है।
रबी की फसलों में 80 से 90 फ़ीसदी की खराबी हुई
दरअसल ओलावृष्टि से गुड़ामालानी, धोरीमन्ना, धनाऊ, बायतु, गिड़ा, शिव समेत कई क्षेत्रों में रबी की फसलों में 80 से 90 फ़ीसदी की खराबी हुई हालांकि सरकार ने जिला स्तर पर ओलावृष्टि व बारिश से हुए खराबेका आंकलन व स्पेशल गिरदावरी की कागजी आदेश जारी हो रहे है जबकि हकीकत यह है जिला कलक्टर व सरकार ने बाड़मेर किसानों के लिए कंपनी के टोल फ्री नंबर देकर खराबी की सूचना 72 घंटे का समय दिया है उस नंबर पर 100 से अधिक बार कॉल करने पर भी कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा है।
कंपनी टोल फ्री नंबर 18004196116 पर 100 से अधिक कॉल कर चुके हैं,
रिटायर्ड प्रोफेसर पंचराम चौधरी के वर्तमान में खेती करते हैं। धोरीमन्ना क्षेत्र के गांव में उन्होंने रबी की फसल की बुवाई कर रखी ओलावृष्टि की वजह से उनके खेत की 90 से 95 फ़ीसदी फसल खराब हुई है साथ ही उनके आसपास खेतों में लाखों रुपए का नुकसान किसानों को हुआ है। पांचाराम शिक्षित किसान है, जो पिछले तीन दिन से कंपनी टोल फ्री नंबर 18004196116 पर 100 से अधिक कॉल कर चुके हैं, लेकिन उनका कॉल नहीं लग रहा है। तीसरे दिन दोपहर में एक बार कॉल लगा और केवल 30 सेकंड में ही कट कर दिया गया। उसके बाद ना तो कोई कॉल लगा ना ही खराबी की सूचना दर्ज पर हो पायी उसके बाद उन्होंने बाड़मेर कंपनी की प्रतिनिधि राधेश्याम से संपर्क कर टोल फ्री नंबर आ रही परेशानी बताई लेकिन उन्होंने भी बात नहीं सुनी और कॉल कट कर दिया ईमेल के जरिए खराबी की लिखित रिपोर्ट भी भेजी है लेकिन कोई जवाब नहीं आया है।
किसानों के लिए टोल फ्री नंबर सिर्फ दिखावा, नहीं दे पाते जानकारी
टोल फ्री नंबर पर खराबे की सूचना एक शिक्षित कई प्रयास करने के बावजूद सूचना दर्ज नहीं करवा पाया है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जिले के निरक्षर किसान अपनी फसल खराबे की सूचना कंपनी के टोल फ्री नंबर व क्रॉप इश्योरेंस एप पर दर्ज करवा पाए होंगे। किसानों की शिकायत मिलने पर भास्कर के रिपोर्टर ने कंपनी के टोल फ्री नंबर पर कॉल करने के प्रयास किए, लेकिन उनका कॉल लगातार दो घंटे समय से व्यस्त या उपलब्ध नहीं होने का जवाब सुनाई दिया और कॉल नहीं लगा। बड़ा सवाल यह है कि कंपनी ने चार जिलों के लिए एक ही टोल फ्री नंबर उपलब्ध करवाए है। यह वजह भी बड़ी परेशानी बनी हुई है।