इस साल से बंद हो सकती है डीजल से चलने वाली गाड़ियां ,आयल मिनिस्ट्री ने भेज दिया प्रस्ताव ,यहां जाने पूरी खबर

भारत में 2027 के बाद डीजल कारों को बैन किया जा सकता है।आयल मिनिस्ट्री की कमेटी ने सरकार को प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव में 2027 तक डीजल से चलने वाले फोर व्हीलर पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की गई है जिसमें कार्बन एमिशन को कम करने और ग्रीन एनर्जी को बढ़ाने के लिए भारत में 2027 के बाद डीजल कारों को बैन किया जा सकता है।
ONGC के पूर्व चेयरमैन सुभाष कुमार को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था
देश में कार्बन एमिशन को कम करने और ग्रीन एनर्जी को बढ़ाने के लिए सरकार ने पूर्व पेट्रोलियम सचिव तरुण कपूर की अध्यक्षता में एनर्जी ट्रांजिशन एडवाइजरी कमेटी गठित की थी। कमेटी में सरकारी तेल कंपनियां और ऑयल मिनिस्ट्री के अधिकारियों को शामिल किया गया था। जब तरुण कपूर प्रधानमंत्री के सलाहकार बनाए गए तो ONGC के पूर्व चेयरमैन सुभाष कुमार को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था। कुमार की अध्यक्षता में ही कमेटी ने रिपोर्ट तैयार कर सोमवार को वे मिनिस्ट्री को सौंपी।
डीजल से चलने वाली सभी फोर व्हील गाड़ियां बेन हो जाएंगी
मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट की गई रिपोर्ट में कहा गया जिन शहरों में जनसंख्या 10 लाख से ज्यादा है वहां इलेक्ट्रिक और गैस-फ्यूल से चलने वाले व्हीकल्स को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।इस प्रपोजल सरकार अपनी मुहर लगा दी है तो डीजल से चलने वाली सभी फोर व्हील गाड़ियां बेन हो जाएंगी। क्योंकि, 1 अप्रैल 2023 से नए रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) BS6 फेज-2 नियम लागू होने के बाद कंपनियों को डीजल कारों को डिस्कंटीन्यू करना पड़ा था। प्रपोजल पास होने पर टाटा ,सफारी ,हैरियर टाटा, अल्टरोज टाटा नेक्सन, महिंद्रा एक्सयूवी 300 महिंद्रा ,बोलेरो न्यू महिंद्रा बोलेरो जैसी कई बेहतरीन कारों की डीजल वैरीअंट बंद हो जाएंगे। रिपोर्ट में शहरी क्षेत्रों में डीजल से चलने वाली सिटी बसों को रजिस्ट्रेशन 2030 के बाद इलेक्ट्रिक बसों के अलावा किसी भी बस का रजिस्ट्रेशन नहीं किए जाने की बात कही है। इससे अगले 10 साल में शहरों में चलने वाली 75% सिटी बसें इलेक्ट्रिक होंगी।