कोटा में एक दिन में दो छात्रों की आत्महत्या से दुखी हुए आनंद महिंद्रा ,कॉम्पिटिशन के इस जमाने को लेकर छात्रों से कही ये बात

राजस्थान में छात्र आत्महत्या की चिंताजनक रिपोर्ट की एक श्रृंखला के बाद महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने बढ़ते मुद्दों को संबोधित करने के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है। उनके दिल छूने वाली पोस्ट ने परीक्षा की तैयारी की इस दौरान छात्रों द्वारा सामने की सामने किए जाने वाले भारी दबाव के बारे में चिंता व्यक्त की और उन्हें याद दिलाया कि उन्हें जीवन की इस चरण में अपनी योग्यता साबित करने की बजाय खुद को खोजने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
महिंद्रा ने छात्रों के प्रति सहानुभूति जताते हुए अपने शब्दों के माध्यम से सांत्वना दी
महिंद्रा ने छात्रों के प्रति सहानुभूति जताते हुए अपने शब्दों के माध्यम से सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि मैं भी इस खबर से इतना ही परेशान हूं जितना आप। इतने सारे उज्जवल भविष्य को खत्म होते हुए देखना दुख है मेरे पास शेयर करने के लिए कोई महान ज्ञान नहीं है। लेकिन मैं कोटा के हर छात्र से कहना चाहता हूं कि जीवन की इस पड़ाव पर आपका लक्ष्य खुद को साबित करना नहीं बल्कि खुद को ढूंढना है। किसी परीक्षा में सफलता न मिलाना आत्मा मिशन की यात्रा का एक हिस्सा मात्र है। इसका मतलब है कि आपका असली प्रतिभा कहीं और है,खोजने रहो ,यात्रा करते रहो । महिंद्रा ने लिखा ,आप अंततः इसे खोज लेंगे की आपके अंदर सर्वश्रेष्ठ कहलाता है।
I am as disturbed as you are by this news. Tragic to see so many bright futures being extinguished. I don’t have any great wisdom to share. But I would want to tell every student in Kota that your goal at this stage of life is not to prove yourself but to FIND yourself. Lack of… https://t.co/2zWUUnEE6X
— anand mahindra (@anandmahindra) August 29, 2023
I am as disturbed as you are by this news. Tragic to see so many bright futures being extinguished. I don’t have any great wisdom to share. But I would want to tell every student in Kota that your goal at this stage of life is not to prove yourself but to FIND yourself. Lack of… https://t.co/2zWUUnEE6X
— anand mahindra (@anandmahindra) August 29, 2023
कोटा जो प्रमुख प्रमुख कोचिंग संस्थानों के लिए जाना जाता है। वहां हर साल में बड़ी संख्या में छात्र आते हैं जहां उन्हें प्रतिस्पर्धी परीक्षा में सफल होने के लिए कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है। लेकिन प्रतिस्पर्धी शिक्षा प्रणाली के केंद्र में आत्महत्या की बढ़ती संख्या भी देखी गई है। इससे पता चलता है कि यह प्रणाली युवा दिमाग को पर कितना भारी दबाव और मानसिक स्वास्थ्य डाल सकती है। कोटा में भर्ती की परीक्षा की तैयारी कर रहे दो छात्रों ने रविवार को 4 घंटे के अंतर आत्महत्या कर ली। अधिकारियों के अनुसार 2023 में अब तक जो इस छात्रों ने अपना जीवन खत्म कर लिया जो बाकी वर्षों की अपेक्षा में ज्यादा है।