आखिर क्यों लगाई सरकार ने तंदूरी रोटी पर पाबंदी ,नहीं मानने वाले पर लगेगा 5 लाख का जुरमाना

क्या आप सोच सकते हैं कि तंदूरी रोटी पर प्रशासन के द्वारा पाबंदी लगाई जा सकती। यह सुनने में काफी अटपटा लगे लेकिन एमपी के जबलपुर में कई रेस्टोरेंट संचालकों को इस बाबत नोटिस जारी कर दिया गया है। तंदूरी रोटी का नाम सुनकर किस के मुंह में पानी नहीं ले जाएगा लेकिन इस खबर को सुनकर सभी काफी दुखी हो सकते हैं।
प्रदूषण को रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है
वहीं रेस्टोरेंट के मालिक भी इस बात को हजम नहीं कर पा रहे हैं। हम आपको बताते हैं कि किन वजहों से ऐसा फैसला लिया गया है। बताते चलें कि प्रशासन ने यह फैसला पर्यावरण का हवाला देकर लिया है। दरअसल तंदूर की लकड़ी और कोयला आदि का इस्तेमाल किया जाता है जिससे प्रदूषण होता है और इस प्रदूषण को रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है।
50 होटलों के मालिकों को नोटिस जारी किया है
अब इसे कोयले या लकड़ी के बजाए इलेक्ट्रिक या एलपीजी पर बनाए। इस बाबत करीब 50 होटलों के मालिकों को नोटिस जारी किया है जो कि खाद्य सुरक्षा विभाग की तरफ से किया गया है। इस पर होटल मालिकों का कहना है कि इस फैसले के कारण आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है लेकिन यह चेतावनी दी गई है कि जो इस समय इस नियम का उल्लंघन करेगा उस पर ₹500000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।