गुजरात में आप का ये फार्मूला कितना काम आएगा ,ओपिनियन पोल में सामने आयी सच्चाई

गुजरात में इस बार भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी पूरी ताकत लगा दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और 'आप 'संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए पिछले 5 महीनों में कड़ी मेहनत की है। पत्रकार से नेता बने ईश्वरदान गढवी को मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार घोषित करते हुई राज्य के हर कोने में 'झाड़ू चलाने 'की कोशिश कर रहे हैं।
मुफ्त बिजली ,अच्छे स्कूल ,अस्पताल ,बेरोजगारी भत्ते और महिलाओं को नकदी जैसे वादों के जरिए 'आप 'ने राज्य में हलचल जरूर पैदा कर दी है
मुफ्त बिजली ,अच्छे स्कूल ,अस्पताल ,बेरोजगारी भत्ते और महिलाओं को नकदी जैसे वादों के जरिए 'आप 'ने राज्य में हलचल जरूर पैदा कर दी है पार्टी ने जातिगत समीकरण का भी पूरा ध्यान रखा है और ओबीसी ,ट्राइबल और पाटीदार समुदाय को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रहे हैं जिसे 'OTP दांव भी कहा जा रहा है 'OTP कहे जाने वाले ओबीसी ,आदिवासी और पाटीदार समाज की गुजरात में बड़ी आबादी और तीनों एक साथ हो जाए तो पार्टी को जीतने से कोई नहीं रोक सकता।
ओबीसी ,ट्राईबल और ,पाटीदार समुदाय का मूड भांपने की कोशिश की
शनिवार को ओपिनियन पोल के जरिए की कोशिश की गई है कि गुजरात में किस समुदाय के लोग किस पार्टी का साथ दे सकते हैं। ओबीसी ,ट्राईबल और ,पाटीदार समुदाय का मूड भांपने की कोशिश की। ओपिनियन पोल के अनुसार सौराष्ट्र में अहम् भूमिका निभाने वाले पिछड़ा वर्ग एवं उनकी राय ली गई तो 52 परसेंट ने भाजपा को वोट देने की बात कही। 40 फीसदी कांग्रेस की सरकार बनाना चाहते है 5 फीसदी आम आदमी पार्टी को अपनी पसंद बताया वही 3 फीसदी ने अन्य पार्टी का साथ दे सकते हैं। इसी साल आदिवासी समाज की महिला को राष्ट्रपति बनाने वाली भाजपा को रिटर्न गिफ्ट मिल सकता है। ओपिनियन पोल के मुताबिक भाजपा को 49 फीसदी आदिवासी मिल सकते हैं। कांग्रेस को 41 फीसदी आदिवासी वोट मिलने का अनुमान है।
हालाँकि आदिवासी समाज से कई वादे करने करने वाली आम आदमी पार्टी को समाज के लोगों से वोट मिलने की भविष्यवाणी की गई है और अन्य के खाते में 7 फ़ीसदी आदिवासी वोट जा सकते हैं ।