
कोरोना के बाद लोगों के मन बीमारियों को लेकर काफी डर बैठ गया किसी भी दूसरी बीमारी का नाम सुनते ही लोगों के मन में बेचैनी हो जाती है मंकिपॉक्स के मामलों में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है ये अब तक 65 देशों में फैल चुके मंकीपॉक्स अब तक 13000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जिसके कारण डर का माहौल लगातार बढ़ता जा रहा है।
इसी बीच एक और बुरी खबर यह है कि मंकिपॉक्स के बारे में चेतावनी दी है एक्सपर्ट्स का मनना है कि मंकीपॉक्स जल्द ही एचआईवी, गोनोरिया और हर्पीस की तरह एक यौन संचारित रोग (सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज) बन जाएगा हालांकि, अभी तक इस बात की पुष्टि पूरी तरह से इसलिए नहीं की जा सकती है, क्योंकि कुछ एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि मंकीपॉक्स की वैक्सीन की मदद से इस रोग को जड़ से खत्म किया जा सकता है इसके बारे में कोई पुष्टि नहीं की जा सकती है क्योंकि एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि वैक्सीन की मदद से रोग को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
एक्सपर्ट मंकी वायरस पर रिसर्च कर रहे हैं और इसके फैलने की क्षमता का अंदाजा लगाने की कोशिश कर रहे हैं यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के एक स्वस्थ व्यक्ति को कितनी तेजी से फैलता है इसके बारे में भी पूरी जानकारी नहीं है हालांकि उपलब्ध जानकारी के अनुसार यह त्वचा से त्वचा के संपर्क में फैलता है लेकिन बैंक की पक्ष के द्वारा इस्तेमाल किया गया लंदन का इस्तेमाल करने से भी यह संक्रमण स्वस्थ व्यक्ति तक फैल सकता है त्वचा पर गांठ या बम्प दिखाई देना जैसे लक्षणों का मंकीपॉक्स का आसानी से पता पता चल जाता है।
वहीं बुखार, ठंड लगना, बदन दर्द और थकान महसूस होना जैसे कुछ लक्षण भी हैं, जिनका आसानी से पता लगाया जा सकता है पुरुषों में इस बीमारी के लक्षण ज्यादा गंभीर नहीं देखे गए हैं हालांकि, व्यक्ति कई हफ्तों तक संक्रामक हो सकता है और इससे होने वाले त्वचा के घाव काफी दर्दनाक हो सकते हैं।