बीटेक करके 6 साल की नौकरी, फिर इस वजह से बन गई Uber कैब ड्राइवर, कहानी सुन आप भी करेंगे महिला की हिम्मत की तारीफ

पिछले एक दशक से महिलाओं ने काफी कुछ हासिल किया एक समय था जब अपने वोट के अधिकार के लिए लड़ना पड़ता था लेकिन अब, हम अपने पुरुष समकक्षों के साथ लगभग बराबरी पर आ गए हैं, इतिहास की बहादुर महिलाओं द्वारा किए गए अंतहीन संघर्ष और लड़ाई के लिए धन्यवाद।
महिला उबर ड्राइवर की है जिनका नाम दीप्ति घोष है।
ऐसी ही एक कहानी कोलकाता की महिला उबर ड्राइवर की है जिनका नाम दीप्ति घोष है। परम कल्याण सिंह नाम के फेसबुक यूजर को हैरानी हुई जब दीप्ति ने उसे उबर ड्राइवर के लिए लेने आयी। सिंह ने एक पोस्ट में अपनी कहानी भी शेयर की है। कैप्शन में लिखा। कल एक मॉल जाने के लिए एक कैब बुक की। एक महिला ड्राइवर को फोन आया। सिंह ने बताया कि वह हैरान रह गया क्योंकि महिला ने उसके ड्रॉप लोकेशन के बारे में नहीं पूछा और यह पूछा कि उसका भुगतान नकद होगा या ऑनलाइन था सिंह ने कहा उसे पिक अप लोकेशन के बारे में विनम्र लहजे में पूंछा और ना ही भुगतान कैस होगा या ऑनलाइन । उसने पिकअप लोकेशन के बारे में विनम्र होकर पूछा वह दीप्ती घोष थी जैसा की मुझे उनकी प्रोफाइल से पता चला।
यात्रा शुरू होने के बाद मैंने उनसे पूछा कि आपका लहजापढ़े लिखा लोगोजैसा है। आपका एजुकेशन बैकग्राउंड क्या है तो मैं हैरान था और आप लोग भी हैरान हो जायेंगे। पता चला कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक ग्रेजुएट है उसने विभिन्न कंपनियां में 6 साल तक काम किया फिर उसके पिता की 2020 में मृत्यु हो गई अपने पीछे उसकी मां और एक छोटी बहन भी छोड़ गए। उन्होंने पाया किसब उपयुक्त नौकरी ऐसी थी जिनके लिए उन्हें कोलकाता से बाहर जाना पड़ता है वो ऐसा नहीं करना चाहती थी और अपनी मां और बहन को अकेला नहीं छोड़ना चाहती थी। उसने प्रोफेशनल ड्राइविंग लाइसेंस लेने का सही फैसला लिया क्योंकि पहले से ही गाड़ी चलाना जानती थी। एक अल्टो खरीदी और 2021 से उबेर के लिए ड्राइविंग शुरू की। इस पेशे से काफी खुश है। सिंह ने में लिखा ह। वह सप्ताह में 6 दिन प्रतिदिन लगभग 6-7 घंटे ड्राइविंग करके लगभग 40000 प्रति माह कमाती है। पोस्ट को लोगों का भरपूर प्यार मिला है. लोगों ने दीप्ता की तारीफ की और उनके संघर्ष और साहस की सराहना की।