दिवाली से पहले ऐसे करे अपने स्टोक्स और म्यूचल फंड्स की सफाई

दिवाली का समय आ गया लोग घरों की सफाई कर रहे हैं। दिवाली के शुभ अवसर अवसर पर आपको केवल घर ही नहीं बल्कि अपनी इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो पर भी नजर डालकर उसकी भी साफ सफाई करें। अगर अपनी बिटिया सेहत ठीक करने के लिए के लिए शहरों में म्युचुअल फंड से बाहर निकाल सकते हैं। अक्सर लोग अपने निवेश से भावात्मक रूप से जुड़े जाते हैं और अपना नुकसान कर बैठते हैं। आज हम आपको बताने का प्रयास करते हैं कि ऐसी कौन सी स्थिति है जहां आपको किसी स्टॉक या म्युचुअल फंड से बाहर आना चाहिए।
स्टॉक का फंडामेंटल गिर जाना
अगर कंपनी के फंडामेंटल नीचे आ गए है है तो आपको अपना वह शेयर बेच देना चाहिए। फंडामेंटल खराब होने का मतलब है कि उसकी कंपनी का रेवेन्यू और मुनाफा भी गिरने वाला है ऐसा अक्षर तब होता है जब कंपनी कोई नया प्रोडक्ट लाने में असफल हो जाती है।
बेहतर स्टॉक मिल जाए
अगर आपको कोई और बेहतर स्टॉक मिल जाए जिससे रिटर्न की उम्मीद मौजूद स्टॉक से अधिक है तो आपको पुराने स्टॉक को छोड़ देना चाहिए। पैसों की जरूरत एक यह एक निजी चयन होता है अगर आपको पैसों की बहुत ज्यादा जरूरत है और आपके पास शहरों में ठीक-ठाक रकम पड़ी है तो आप यहां से कुछ पैसे विड्रो कर सकते हैं। इससे आपको किसी और के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं होगी।
अब बात करते हैं म्यूचुअल फंड स्कीम
म्युचुअल फंड्स वैसे तो लंबी समय का निवेश होते हैं लेकिन फिर भी लोगों को इन्हें रिव्यू करते रहना चाहिए। अगर कोई म्युचुअल फंड लम्बे समय से खराब फार्म कर रहा है। उसका प्रदर्शन बेंचमार्क से भी काफी बड़ा है तो आपको उसकी जगह कोई और फंड देखना चाहिए। हालांकि जानकारी यह भी मानते हैं कि केवल परफॉर्मेंस ही किसी म्युचुअल फंड से निकलने का आधार नहीं होना चाहिए। संभव है कि समय के साथ जो आपके गोल्स से बदलाव हो गया है और नए लक्ष्य को हासिल करने के लिए आपको नए फंड की ओर जाना पड़े नुवामा वेल्थ के प्रेसीडेंट राहुल जैन का मानना है कि कोई फंड दो तरीके से बड़ा परफॉर्म कर सकता है। पहले की मार्केट खराब हो ,दूसरा की फंड मैनेजर स्किल्ड ना हो। वह कहते हैं की पहली स्थिति में आपको बने रहना चाहिए लेकिन दूसरी स्थिति में तुरंत बाहर निकल जाना चाहिए।