World Suicide Prevention Day 2023 :डॉक्टर ने बताया की कैसे रोका जा सकता है लोगो को सुसाइड करने से

दुनिया भर में सुसाइड एक बड़ी समस्या बनती जा रही है फिर चाहे वह कम उम्र के स्टूडेंट हो या फिर लोग जो अपनी लाइफ में किसी समस्या से जूझते हैं और आखिर में हार मान कर अपनी जान गंवाने का फैसला उठा लेते हैं। ये मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके चलते हर साल 10 सितंबर को इन सुसाइड केसेस को रोकने के लिए विश्वास मत्य रोकथाम दिवस के रूप में मनाया जाता है।
हर साल पूरे देश में लगभग 8 लाख सुसाइड करके अपनी जान गांव बैठते हैं
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल पूरे देश में लगभग 8 लाख सुसाइड करके अपनी जान गांव बैठते हैं वह इस लिस्ट में युवा ज्यादा शामिल है जिनकी उम्र 15 से 29 साल के बीच होती है। ऐसे में एक सवाल जो उठता है कि अगर कोई ऐसी स्थिति में है कि वह इतना बड़ा कदम उठाने की सोच रहा तो उसको कैसे बचाया जाए। मनोचिकित्सा का ऐसा कहना है कि अगर उनको सपोर्ट मिले और उसको सही मार्ग बताएं जाए तो ऐसा करने से बच सकते हैं। लगातार सुसाइड के बढ़ते मामलों के चलते इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन ने साल 2003 में पहली बार 10 सितंबर के दिन विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाने की शुरुआत की थी। इसी इवेंट को वर्ल्ड फेडरेशन का मेंटल हेल्थ और वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ने स्पोंसर किया था। इससे पहले को पूरे विश्व में सराहा गया था जिसके बाद से हो ने औपचारिक रूप से विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस को स्पॉन्सर किया। उसके बाद से ही हर साल 10 सितंबर को वर्ल्ड सुसाइड प्रीवेंशन डे मनाया जाता है।
आत्महत्या करने वाले लोगों के बिहेवियर पर रिसर्च करें
इस दिवस को मनाने का कुछ मुख्य उद्देश्य है कि ऐसे लोगों को जागरूक किया जाए। आत्महत्या करने वाले लोगों के बिहेवियर पर रिसर्च करें कि उनकी मनोदशा को समझ जाए और इसको रोकने के लिए लोगों के जागरूक किया जाए जिससे लोगों में आत्महत्या को लेकर जागरूकता बढ़ती है और वह दूसरों को ऐसे भी गंभीर कदम उठाने से रोक सकते हैं। आपको बता दे की फोर्टिस के डॉक्टर सामिर पारिख ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने लोगों को बताया कि कैसे हम सभी मिलकर इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कुछ पॉइंट्स बताये हैं जिनको ध्यान में रखकर हम कुछ हद तक इस तरह के कैसे इसको रोकने में मदद कर सकते हैं।