देश में शराब की कीमते बढ़ने के बाद भी फौजियों को क्यों मिलती है कम कीमत में शराब ,यहां जाने क्यों

शराब की कीमतें बढ़ने के बाद भारतीय सेना ने भी कैंटीन में अपने सैनिक और अफसरों को कुछ राहत दी है और फौजी ₹2000 से अधिक कीमत वाली शराब को सेना कैंटीन से 50 परसेंट तक खरीद सकेंगे। अब तक1000 रुपए की सीमा थी। सेना के कैंटीन सर्विस डायरेक्टर ने इस संबंध में सभी कमांडरों को पत्र भेजा इसमें कहा गया है कि यह 1 सितंबर से प्रभावी हो जाएगा।
सेना की कैंटीन के लिए जीएसटी छूट दी जाती है
इस पत्र में कहा गया है कि ,विभिन्न राज्य में शराब की कीमतों में वृद्धि को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। सेना की कैंटीन के लिए जीएसटी छूट दी जाती है। इसलिए देश भर में सेना की केंटीन में मिलने वाले बाकी सामान कीकीमते समान रहती है। लेकिन शराब पर राज्य का एक्साइज टैक्स लगता है और जीएसटी नहीं है। यही कारण है कि सेना की कैंटीन में शराब की लागत भी राज्य राज्य अलग है।
50% यानी ₹2000 से अधिक कीमत वाली शराब महंगी शराब खरीदने का अधिकार है
सेना ने अब कहा है कि किसी भी सैनिक को मिलने वाले शराब का 50% यानी ₹2000 से अधिक कीमत वाली शराब महंगी शराब खरीदने का अधिकार है। सीएसडी हेडक्वार्टर ने कहा की ,डिमांड बढ़ने की संभावना को देखते हुए आवश्यक स्टॉक सुनिश्चित करें। अधिकारी ने बताया कि पहले ऐसी कोई सीमा नहीं थी जो कोटा मिलता था उसके हिसाब से वह किसी भी कीमत वाली शराब खरीद सकते थे। लेकिन विदेशी शराब की बिक्री बढ़ी और भारतीय उत्पादों की बिक्री कम होने से परेशान हो गए करीब 4 साल पहले निर्णय लिया गया था कि ₹1000 से अधिक कीमत वाली शराब कोटा का अधिकतम 50% ही मिल सकता है।