बियर के शौकीनों को क्या पता है कैसे बनती है बियर ,सुनकर शायद हाथ भी नहीं लगाएंगे

शराब की शौकीन लोगों के लिए एक बड़ी खबर सामने आयी है आप लोगों को अगर बियर का शौक है तो यह आपका यह खबर आपके लिए है अगर आपने सुन लिया कि की बियर कैसे बनती है उसका अगर पता चल गया कि यह किस चीज से बनती है तो आप कभी बियर के हाथ भी नहीं लगाएंगे। आज हम आपको बताते हैं कि कैसे अजीबोगरीब तरीके से बियर बनती है। इसको सुनकर आपको हैरानी हो जाएगी।
बियर दुनिया भर में पिया जाने वाले एक पॉप्युलर एल्कोहलिक ड्रिंक है
बियर दुनिया भर में पिया जाने वाले एक पॉप्युलर एल्कोहलिक ड्रिंक है। बियर के लोग इस कदर शौकीन होते हैं किसी आगे और किसी ड्रिंक की नहीं चुनते शायद आपके साथ भी ऐसा हुआ होगी जब आप किसी महफ़िल में चार लोगों के साथ बैठे हो तो उनमें से एक ने एक बंदा ऐसा जरूर होगा जो सिर्फ बियर पीता होगा। मार्केट में अलग-अलग कंपनी की बियर आती है। इनमें से कुछ स्वाद के लिए जानी जाती है। कुछ नशे के लिए तो कुछ उनको तैयार करने के खास तरीके के लिए फेमस है। बियर के साथ इसके स्वाद को लेकर काफी एक्सपेरिमेंट है जिसके बाद लोगों नेइस बियर का स्वाद लिया जिसकी शायद उन्होंने कभी कल्पना भी ना की होगी। आज हम आपको कुछ ऐसी की बीयर की बातें बारे में बताने वाले हैं जिनके बारे में आपको यकीन न हो।
गोबर से बाहर आई कॉफी को चुनकर उसे बियर तैयार की जाती है
जापान में उन-कोनो-कूरो नाम से बियर बनाई जाती है जो कॉफी से तैयार की जाती है। खास बात यह है कि पहले इस कॉफी को हाथियों को खिलाया जाता है हाथी के पेट की गर्मी से रोस्ट हो जाती है उसके बाद हाथियों की गोबर से बाहर आई कॉफी को चुनकर उसे बियर तैयार की जाती है। यह कॉफी काफी महंगी होती है।
सपोरो स्पेस बार्ली नामक बियर वैसे तो जो से तैयार होती है लेकिन खास बात यह है कि इसे अंतरिक्ष में बनाया जाता है। इसे ISS यानी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में उगाई गईसपोरो ब्रूइरीज लिमिटेड ने तैयार किया। वहीं अमेरिका में से लि सेलेस्ट-जूअल-एल नाम की भी बियर बनाई गई इसे चांद के उल्का पिंड की धूल से तैयार किया गया।
स्कॉटलैंड की ब्रूइडॉग कंपनी एक द एंड ऑफ हिस्ट्री नाम की बियर बनती इस बियर में 55 फीस 30 से ज्यादा अल्कोहल की मात्रा होती है। इसकी खास बात यह है कि इस स्टोट और गिलहरी जैसे जानवरों की भी खाल से बनी बोतलों में बेचा जाता है। बताया जाता है इसकी सिर्फ 12 यूनिट ही बनी थी।