भारत की ऐसी ट्रेने जो जाती है विदेशो में भी ,यहां जाने इनके बारे में

भारतीय रेलवे भारत का सबसे बड़ा परिवहन संगठन है। 67000 किलोमीटर से अधिक की कुल लंबाई के साथ भारतीय रेल नेटवर्क दुनिया का सबसे छोटा लंबा बड़ा रेल नेटवर्क है। इसमें विभिन्न प्रकार की ट्रेनों का बहुत बड़ा नेटवर्क है जो भारत के विभिन्न मार्गो पर चलती है। लेकिन यह भारतीय रेल केवल भारत तक ही सीमित नहीं है। कई ट्रेनें हैं जो भारत की सीमाओं से बाहर जाती है आज हम आपको उन्हें ट्रेन के बारे में बताते हैं भारत की कौन सी ट्रेन विदेशी रूट से जाती है।
समझौता एक्सप्रेस
समझौता एक्सप्रेस 22 जुलाई 1976 को भारत और पाकिस्तान द्वारा शिमला समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद शुरू हुई थी। शुरुआत में ट्रेन भारत के अमृतसर और पाकिस्तान तक के लाहौर तक चलती थी। लेकिन बाद में 1980 के दशक में भारत सरकार ने भारत-पाकिस्तान सीमा के भारतीय पक्ष अटारी में यात्रा को समाप्त करने का निर्देश दिया है। ट्रेन से अमृतसर से लाहौर की दूरी 52 किलोमीटर है ट्रेन से दैनिक आधार पर चलती थी लेकिन बाद में सोमवार और गुरुवार को चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन बता दिया गया है। फिलहाल समझौता एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है क्योंकि पाकिस्तानी अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण से पैदा हुए तनाव के कारण परिचालन को समाप्त करने का फैसला किया है।
मैत्री एक्सप्रेस
मेत्री एक्सप्रेस कोलकाता ढाका के 20 सप्ताह में गुरुवार को छोड़कर 6 दिन चलने वाली एकमात्र ट्रेन है जो 2018 8 में शुरू हुई थी। यह बांग्लादेश में ढाका को भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल में कोलकाता से जोड़ने वाली पहली पूरी तरह से वातानुकूलित रात की ट्रेन है। 1947 में भारत के विभाजन के बाद ट्रेन सेवाएं बाधित हो गई लेकिन दोनों देशों की संस्कृति ने कभी डोर नहीं तोड़ी।
बंधन एक्सप्रेस
यह भारत और बांग्लादेश के बीच चलने वाली एक और अंतरराष्ट्रीय यात्री ट्रेन है। बंधन एक्सप्रेस भारतीय शहर कोलकाता से शुरू होती है और बांग्लादेश के खुलना शहर तक जाती है। 9 नवंबर 2017 को शुरू हुई बंधन एक्सप्रेस इसी रूट पर चलती है जिस पर बारिशाल एक्सप्रेस चलती थी।