इतिहास की वो ऐसे चीजें जिसे दुनिया मानती थी सच ,लेकिन बाद में निकली फर्जी googal

आपने कभी सुना है कि फल का बीज खाने से पेट में पेट में पेड़ उग जायेगा ,इंसानो को ऐसी बातें बता गई है जो पूरी तरह से अफवाह है मगर लोग इन्हे सच भी मानते आ रहे हैं। इस प्रकार दुनिया में कई ऐतिहासिक और पुरातात्विक चीजें भी है जिसे सालों से लोगों ने सच माना है पर असल में वह पूरी तरह गलत है आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं।
1 अगर आपको जमीन में धसा हुआ मटका मिले जिसमें किसी सामान के टुकड़े पड़े हो तो आपको ख्याल आएगा आप यह सोचेंगे कि जरूर वह मटका सैकड़ों साल पुराना होगा जिसे उस वक्त के इंसानो ने यहां दबा दिया होगा पर यह मुमकिन है कि बाद में आपको पता चल जाएगा कि सैकड़ों साल नहीं बल्कि कुछ ही समय पहले किसी के द्वारा गाड़ा गया था ऐसी गलतफहमी अक्सर लोगों को जाती है।
2 अक्टूबर 2000 पाकिस्तान की पुलिस ने एक व्यक्ति को प्राचीन ममी के साथ पकड़ा जिससे वह ब्लैक मार्केट में ₹900000000 में बेचने वाला था पूछताछ में पता चला कि ईरान के एक व्यक्ति को भूकंप के बाद वह मिली थी जिसने उसे दे दी थी उसने बताया कि वह एक पर्शियन राजकुमारी की ममी है। पाकिस्तानी प्रशासन ने ममी को कराची म्यूजियम में भेज दिया जहां उसकी जांच हुई। जांच में पता चला है कि वह ज्यादा पुरानी नहीं है।
3 नवंबर 2000 जापान में खबर मिली पहली जिसमें सभी को चौंका दिया। दरअसल यहां Fujimura Shin’ichi नाम के पुरातत्व विभाग को फर्जी कलाकृतियों पुरातात्विक स्थलों पर गाड़ते हुए देखा गया बाद में पता चला कि वह जापान में जगह-जगह जाकर ऐसी जगह चीजें गाढ़ रहे हैं जो प्राचीन लगे और उन्हें देखकर एहसास हो कि जापान का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा है उन्होंने 1970 से लेकर 2000 तक ऐसी आर्टीफैक्ट्स को जगह-जगह गाड़ा था।
4 5 अप्रैल 1909 को एरिजोना गैज़ेट में एक रिपोर्ट सौंपी जिसमें दावा किया गया कि प्राचीन काल में मिस्र के लोग अमेरिका में रहने पहुंचे थे। रिपोर्ट में दावा किया गया कि उन्होंने ग्रैंड कैनियन के अंदर कॉलोनी बनाई जिसमें वो रहा करते थे. एसए जॉर्डन और जेई किंकेड नाम के दो पुरातत्वविदों ने ये अजीबोगरीब दावा किया था।